दिल्ली में भी मनाया गया तेलंगाना स्थापना दिवस समारोह, गृहमंत्री अमित शाह हुए शामिल

संस्कृति मंत्रालय द्वारा दो जून को दिल्ली में तेलंगाना स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत किया।.मालूम हो कि दो जून 2014 को तेलंगाना को आधिकारिक तौर राज्य का दर्जा दिया गया था और इस दिन को तेलंगाना दिवस या तेलंगाना गठन दिवस के रूप में मनाया जाता है।

डॉक्टर आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा, केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी, विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन भी शामिल हुए। . इस साल कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के सबसे युवा राज्य की आठवीं वर्षगांठ के मद्देनज़र इसकी संस्कृति, विरासत और गुमनाम नायकों की अनसुनी कहानियों को पेश करना था।

उधर तेलंगाना राज्य में भी बृहस्पतिवार को पूरे उत्साह के साथ तेलंगाना स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर तेलंगाना राष्ट्र समिति नीत राज्य सरकार और राजनीतिक दलों के अलावा कई संगठनों ने कार्यक्रमों का आयोजन किया।

राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने यहां राजभवन में आयोजित तेलंगाना स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लिया और राज्य की स्थापना के लिए बलिदान देने वालों को श्रद्धांजलि दी।

राजभवन की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इस अवसर पर राज्यपाल ने अलग-अलग क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने और उत्कृष्ट सेवा देने वाले 10 लोगों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने हैदराबाद स्थित ‘शहीद स्मारक’ पहुंचकर तेलंगाना की स्थापना के लिए प्राणों की आहूति देने वालों को श्रद्धांजलि दी।

राव ने हैदराबाद के ‘पब्लिक गार्डन’ में राज्य सरकार द्वारा आयोजित आधिकारिक समारोह के दौरान राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उपस्थित लोगों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने मुक्केबाज निकहत जरीन और निशानेबाज ईशा सिंह को दो-दो करोड़ रुपये का चेक प्रदान किया। जरीन ने पिछले महीने तुर्की में महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था जबकि सिंह ने जर्मनी में आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप निशानेबाजी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।

बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना वायरस के कारण स्थापना दिवस का जश्न सादगी से मनाया जा रहा है। संक्रमण का हवाला देते हुए राज्य सरकार ने कई पाबंदियां लगा रखी थी। साथ ही जश्न मनाने के संबंध में दिशा-निर्देश भी जारी किए थे। लेकिन इस बार कोरोना के घटते केस के चलते बड़े स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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