“भारत मंडपम्” यानि जी -२० समिट का वेन्यू। ये वेन्यू वर्ल्ड क्लास तो है ही, लेकिन उनमें भी सबसे बेहतर हैं वहाँ इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक। विदेशी मेहमानों की खातिरदारी में कोई कमी न रहे, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। G20 समिट का आयोजन प्रगति मैदान के भारत मंडपम् में आयोजित होगा। राजधानी दिल्ली में अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, रूस समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिधि हिस्सा लेने पहुंचेंगे। विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए खास व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
वैसे तो “भारत मंडपम्” टेक्नोलॉजी से लैस तो है ही, लेकिन वहाँ हैंडीक्राफ्ट, पेंटिंग, गांवों में बनने वाली रंगोली तक का इंतेजाम है। दरअसल ये एग्जीबिशन और कन्वेंशन सेंटर 123 एकड़ में फैला है। इसकी गिनती चीन के शंघाई और जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की तरह दुनिया के टॉप 10 कन्वेंशन सेंटर में होगी। इसमें 54 हजार स्क्वायर मीटर का एयर कंडीशंड कन्वेंशन सेंटर, तीन ओपन एम्फीथिएटर और 7 नए एग्जीबिशन हॉल हैं। सिक्योरिटी रीजन की वजह से मैं उस हॉल के बारे में नहीं बता सकता, जहां G20 की मीटिंग होनी है।
सिर्फ डिजाइन, इंटीरियर या फिर फैसिलिटी में नहीं, बल्कि हर उस चीज में लोकल कल्चर को महसूस कराने की कोशिश की है, जो उस शहर की आत्मा है। उसकी यूनीक आइडेंटिटी है। साउथ के वेन्यू में सदर्न फ्लेवर दिया गया। ये फ्लेवर डेलीगेट्स के रुकने की जगह या फिर वेन्यू की डिजाइन से लेकर खाने की टेबल पर भी है।
दरअसल में G20 के लिए वेन्यू के डिजाइन में इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर इन 5 सेंस तक पहुंचने वाली हर चीज का ख्याल रखा गया।इसलिए दावे से कहा जा सकता है कि डेलीगेट्स को यहां की हर चीज में दिल्ली की आत्मा नजर आएगी।
भारत की सबसे खास बात उसका कल्चर और डायवर्सिटी है। इसलिए आर्किटेक्टर ने इसे ध्यान में रखते हुए इस तरह इसे डिज़ाइन किया है ताकि G20 सम्मेलन के ज़रिए भारत की सॉफ्ट पावर को दुनिया को दिखाया जा सके। भारत को एक साल पहले इस ग्लोबल समिट की प्रेसिडेंसी मिली। उसके फ़ौरन बाद 60 वेन्यू डिसाइड किए गए जहां इसकी मीटिंग की गई। इन 60 वेन्यू पर 175 मीटिंग रखी गई। पिछली समिट इंडोनेशिया में थी, जहां 25 वेन्यू पर मीटिंग हुई थीं।
इसके पीछे मैनेजमेंट टीम की सोच थी कि दुनिया के सबसे ताकतवर देशों के प्रतिनिधि देखें कि असली भारत क्या है। हमने कैसे अपनी डायवर्सिटी को संभालकर रखा है। भारत ही दुनिया का लीडर बन सकता है, क्योंकि हमें कई संस्कृतियों को साथ लेकर चलने का अनुभव है। ये डेलीगेट्स अपने साथ दिल्ली, मुंबई, चेन्नई नहीं, बल्कि पूरे भारत की छवि लेकर जाएंगे।
भारत के बाद ब्राजील में ही G20 समिट होनी हैं। उन्होंने कहा- भारत की इतनी बेहतरीन व्यवस्था है। इतनी वैराइटी, वेन्यू और इतने बेमिसाल इंतजाम। पता नहीं, हम अपने देश में ऐसी व्यवस्था कर पाएंगे या इसके करीब भी पहुंच पाएंगे।’
-डॉ. शाहिद सिद्दीक़ी; Follow via Twitter @shahidsiddiqui