सेक्स में नियमित रूप से एक्टिव रहनेवाली महिलाओं को रजोनिवृत्ति देरी से होता है- रिसर्च


हाल ही में हुए शोध के अनुसार जो महिलाएं रजोनिवृत्ति के करीब पहुंचनेवाली हैं और कम उम्र की महिलाओं से ज्यादा सेक्स में सक्रिय होती हैं, उनका मीनोपॉज कम उम्र की महिलाओं से देरी से होता है. इस अध्ययन के बारे में शोधकर्ताओं ने बुधवार 15 जनवरी को बताया. सप्ताह में कम से कम एक बार सेक्स करने वाली महिलाओं का मीनोपॉज उन महिलाओं के मुकाबले लगभग 28 प्रतिशत कम हो जाता है जो महीने में एक बार सेक्स करती हैं. इस बात का खुलासा रिसर्चर्स ने रॉयल सोसाइटी ओपन साइंस पत्रिका के जरिए किया.

अध्ययन से पता चलता है कि अंतर विकासवादी दबावों के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया को दर्शाता है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (University College London) के वैज्ञानिकों मेगन अरनोट (Megan Arnot) और रूथ मेस (Ruth Mace) ने कहा, “अगर कोई महिला अपनी उम्र के मध्य में कम सेक्स करती है तो शरीर को संभावित गर्भावस्था के भौतिक संकेत नहीं मिलेंगे. ” गौरतलब है कि मीनोपॉज की प्रकिया हार्मोनल बदलावों के कारण संभव होती है. ये हार्मोनल बदलाव महिला के शरीर में उसकी फिजिकल एक्टिविटी पर भी निर्भर करते हैं.

इस शोध में अमेरिका की 2,936 महिलाओं को शामिल किया गया, जो अध्ययन की शुरुआत में 42 और 52 के बीच आयु वर्ग की थीं और अभी तक मैनोपौज का अनुभव नहीं किया था, जब महिलाओं को स्थाई रूप से मीनोपॉज हुआ, इसका मतलब है कि वो प्रेग्नेंट नहीं हो सकती है. शोधकर्ताओं ने बताया कि ये महिलाएं पिछले छह महीनों तक सेक्स एक्टिविटी में लिप्त थीं, जिसमें टच, ओरल सेक्स, सेक्शुअल इंटरकोर्स, मास्टरबेशन आदि शामिल है, जिसके बाद टीम को दिखा कि ये महिलाएं सेक्स एक्टिविटी में लिप्त थीं, जिससे वे गर्भवती हो सकती हैं.

अध्ययन की शुरुआत में 78 प्रतिशत महिलाएं विवाहित थीं या रिलेशनशिप रिश्ते में थीं और 68 प्रतिशत अपने पार्टनर के साथ रहती थीं. इनमें से कुल 64 प्रतिशत ने सप्ताह में एक बार सेक्स किया. इस रिशर्च में शोधकर्ताओं ने पाया कि सेक्स की आवृत्ति और मीनोपॉज की शुरुआत के बीच संबंध अविश्वसनीय था.

इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *