दूरसंचार उद्योग ने दूरसंचार राजस्व की परिभाषा पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ‘विनाशकारी प्रभाव’ वाला करार दिया है. दूरसंचार क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वोडाफोन-आइडिया ने कहा है कि दूरसंचार राजस्व की परिभाषा पर इस फैसले का उद्योग पर काफी प्रतिकूल असर पड़ेगा. कंपनी ने कहा कि वह कानूनी सलाह के बाद इस निर्णय के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करेगी. वहीं, एक अन्य दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने कहा कि शीर्ष अदालत के फैसले से कंपनियों की वित्तीय स्थिति कमजोर होगी.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर निराशा जताते हुए वोडाफोन-आइडिया ने सरकार से उद्योग पर वित्तीय दबाव को कम करने के लिए तरीके ढूंढने का आग्रह किया है. वोडाफोन-आइडिया ने कहा कि हम इस फैसले का अध्ययन करेंगे. अपने कानूनी सलाहकारों से विचार-विमर्श के बाद हम अगला कदम उठायेंगे. यदि ऐसा करने के लिए किसी तरह का तकनीकी या प्रक्रियागत आधार होगा, तो उसे पुनर्विचार याचिका में शामिल किया जायेगा. कंपनी ने कहा कि इस फैसले का देश के दूरसंचार उद्योग पर विनाशकारी असर पड़ेगा. यह उद्योग पहले से ही भारी वित्तीय दबाव से जूझ रहा है.
वहीं, एयरटेल ने भी इसी तरह की राय जताते हुए कहा कि सरकार को इसके प्रभाव की समीक्षा करनी चाहिए और संकट से गुजर रहे उद्योग पर वित्तीय बोझ को कम करने के रास्ते तलाशने चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने दूरसंचार सेवाप्रदाताओं से करीब 92,000 करोड़ रुपये की समायोजित सकल आय (दूरसंचार सेवाओं की बिक्री से प्राप्त आय) की वसूली के लिए केंद्र की याचिका स्वीकार कर ली है. इससे कंपनियों पर वित्तीय बोझ बढ़ेगा.