केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि अगर कांग्रेस का चुनाव घोषणापत्र लागू हुआ तो वर्तमान में वैश्विक स्तर पर शीर्ष पांच में शामिल भारतीय अर्थव्यवस्था ‘दुर्बल पांच’ में आ जाएगी. सीतारमण ने पुणे में चुनिंदा पत्रकारों के साथ बातचीत में दावा किया कि कांग्रेस का चुनावी दस्तावेज ‘‘मुस्लिम लीग के दस्तावेज जैसा है’’ और भाजपा इस पर सवाल उठाने के लिए बाध्य है.
सीतारमण ने यह बात कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘आर्थिक सर्वेक्षण और समाज का एक्स-रे कराने’ वाली टिप्पणी और भाजपा के इस आरोप की पृष्ठभूमि में आया है कि कांग्रेस सत्ता में आने पर धन के पुनर्वितरण की योजना बना रही है. सीतारमण ने कहा, ‘‘यह सबसे खराब घोषणापत्र है और यह देश के हित में नहीं है.’’
क्या कांग्रेस के पास योजना है?
पुणे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उनका कांग्रेस से यह सवाल है कि उन्होंने जो घोषणापत्र में लिखा है क्या उसके लिए उनके पास कोई वित्तीय योजना है? बकौल वित्त मंत्री, वैसे तो कांग्रेस सत्ता में नहीं आ रही है लेकिन फिर उनसे यह सवाल है कि क्या कांग्रेस ने वादों को पूरा करने के लिए कोई होमवर्क क्या है?
कर्नाटक में भी यही किया गया
निर्मला सीतारमण ने कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस ने वहां भी ऐसा ही किया. उन्होंने कहा कि वहां यह जानते हुए अपने वाजे पूरे करने का प्रयास किया गया कि सरकारी खजाने में उसके लिए फंड नहीं है. बकौल वित्त मंत्री, उनके उप-मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से मान लिया था कि उनके पास विकास के लिए कोई पैसा नहीं बचा है क्योंकि सारा पैसा चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करने के लिए खर्च कर दिया गया था.
5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है भारत
आपको बता दें कि भारत अभी दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही हिन्दुस्तान दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. अभी भारत से आगे, यूएस, चीन, जापान और जर्मनी हैं.