सरकारी स्कूलों में छात्राओं को मिल रहा आत्मरक्षा प्रशिक्षण : निशंक


स्कूली लड़कियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को कहा कि सरकारी स्कूलों की लड़कियों को समग्र शिक्षा कार्यक्रम के तहत आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राज्यसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री ने कहा कि लड़कियों की सुरक्षा के मद्देनजर सरकारी स्कूलों की छठीं से 12वीं की छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

निशंक ने कहा, “इस उद्देश्य के लिए तीन महीनों के लिए धनराशि प्रदान की गई है, जो हर स्कूल 3000 रुपये मासिक है, जिससे लड़कियों में आत्मरक्षा के कौशल का विकास हो सके।”

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में भी आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो वंचित वर्ग की कक्षा छठीं से 12वीं तक की लड़कियों के लिए आवासीय स्कूल हैं।

उन्होंने कहा, “केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 2015 में इससे संबद्ध स्कूलों के लिए कक्षा एक से 10वीं तक की छात्राओं के लिए साल भर में दो बार एक हफ्ते के लिए आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिए जाने की एडवाइजरी जारी की है।”

स्कूलों में छात्राओं को नियमित तौर पर आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उन्हें जूडो, ताइक्वांडो व बॉक्सिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

विभिन्न राज्य सरकारें व संगठन भी लड़कियों व महिलाओं की आत्मरक्षा के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण आयोजित कर रहे हैं।

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