एशिया कप को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे. पहले आयोजन को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और बीसीसीआई के बीच लंबी खींचतान चली और अब सुपर-4 राउंड में सिर्फ भारत-पाकिस्तान मैच के लिए रिजर्व- डे रखने पर बवाल हो रहा है. सिर्फ भारत-पाकिस्तान के मैच के लिए रिजर्व-डे रखने पर श्रीलंका और बांग्लादेश टीम के क्रिकेट कोच आपत्ति जता चुके हैं और एशियन क्रिकेट काउंसिल के इस फैसले की आलोचना कर चुके हैं. हालांकि, बाद में दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड ने ट्वीट कर इस फैसले के पक्ष में अपनी बात रखी. लेकिन, पूर्व भारतीय पेसर वेंकटेश प्रसाद को भारत-पाकिस्तान मैच के लिए रिजर्व डे का ये फैसला रास नहीं आया. उन्होंने ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली.
वेंकटेश प्रसाद ने X पर लिखा, “अगर यह सच है तो यह पूरी तरह से बेशर्मी है. आयोजकों ने मज़ाक उड़ाया है और अन्य दो टीमों के लिए अलग-अलग नियमों के साथ टूर्नामेंट आयोजित करना अनैतिक है. इस सूरत में न्याय तभी होगा जब पहले दिन मैच ही न हो पाए और रिजर्व डे के दिन भी और तेज बरसात हो जाए और दुर्भावनापूर्ण योजना असफल हो जाए.”
बांग्लादेश और श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड पर बरसे प्रसाद
प्रसाद यहीं नहीं रुके और उन्होंने इस फैसले के लिए रजामंद होने वाले बांग्लादेश और श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को भी आड़े हाथ लिया. उन्होंने पूछा, “जब आपको अपने ही मैचों के लिए रिजर्व डे नहीं मिल रहा तो इस अनुचित मांग पर सहमत होने का कैसे दबाव था? यह सुनिश्चित करने के लिए इतनी उदारता क्यों कि भारत और पाकिस्तान का मैच बारिश में धुल न जाए, भले ही इससे आपकी अपनी टीम को क्वालीफाई करने का मौका ही क्यों न गंवाना पड़े? क्या आप ऐसा करने का सही इरादा और कारण बता सकते हैं?