लखनऊ -उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के विरोध में 18 अक्टूबर को बुलाए गए राष्ट्रव्यापी बंद के मद्देनजर संवेदनशील जिलों के नोडल प्रमुख के रूप में 20 आईपीएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्तिकी है।
यूपी में कानून व्यस्था को और दुरुस्त करने के लिए, योगी सरकार ने एक बड़ा सकारात्मक कदम उठाया है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के विरोध में 18 अक्टूबर को बुलाए गए राष्ट्रव्यापी बंद के मद्देनजर संवेदनशील जिलों के नोडल प्रमुख के रूप में 20 आईपीएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्तिकी है।
अतिरिक्त डीजी, कानून व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने बताया कि राज्य में सभी अधिकारियों की 18 अक्टूबर तक की छुट्टी रद्द कर दी गई है।
जिन गांवों में प्रमुख किसान नेताओं की मौजूदगी है, वहां वरिष्ठ अधिकारी उनसे मिलेंगे और आपस में संवाद करेंगे। 20 आईपीएस अधिकारियों में एडीजी लखनऊ जोन एस.एन. सबत व आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह दोनों लखीमपुर खीरी में डेरा डालेंगे।
बहराइच में गोरखपुर जोन के एडीजी अखिल कुमार, डीआईजी देवीपाटन राकेश सिंह व पुलिस अधीक्षक (एसपी) बरेली आशुतोष शुक्ला तैनात रहेंगे। मेरठ रेंज के महानिरीक्षक प्रवीण कुमार गाजियाबाद में तैनात रहेंगे।
डीआईजी रेलवे सत्येंद्र कुमार सिंह शामली में रहेंगे। पीलीभीत में आईजी बरेली रेंज रामित शर्मा, एसपी यूपी 112, अजय पाल और डीजीपी मुख्यालय से एएसपी अनिल कुमार झा तैनात रहेंगे।
डीआईजी ईओडब्ल्यू हीरालाल को मुजफ्फरनगर में कैंप करने और डीआईजी विजिलेंस एल.आर. कुमार अमरोहा में रहेंगे। शाहजहांपुर में डीआईजी रविशंकर छब्बी और एएसपी राम सुरेश को प्रतिनियुक्त किया गया है।