मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में जिलाधिकारी निधि निवेदिता पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता व पूर्व मंत्री बद्रीलाल यादव द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी ने नौकरशाहों को लामबंद कर दिया है। भाजपा नेता पर नौकरशाह सोशल मीडिया के जरिए हमले बोल रहे हैं, वहीं भाजपा बचाव की मुद्रा में है।
राजगढ़ जिले के ब्यावरा में पिछले दिनों नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में आयोजित रैली के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की बीच धक्का-मुक्की हुई थी और जिलाधिकारी निधि निवेदिता ने भाजपा के एक कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दिया था। इसी के विरोध में बुधवार को भाजपा ने बड़े प्रदर्शन का आयोजन किया। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई बड़े नेता श्शािमल हुए थे। इस दौरान हुई सभा में भाजपा के पूर्व मंत्री यादव ने जिलाधिकारी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी।
रतलाम के पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है, किसी महिला अधिकारी के खिलाफ ऐसे शब्दों का प्रयोग करना दूषित मानसिकता को प्रदर्शित करता है, लोकतंत्र में स्वस्थ आलोचना का सबको अधिकार है, लेकिन ऐसी अभद्र टिप्पणियों से हम न सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी, बल्कि संपूर्ण नारी समाज को भी नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं। ऐसी टिप्पणियों की हर स्तर पर निंदा होनी चाहिए, जिससे कि हम एक स्वस्थ राजनीति को जन्म दे सकें।
आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष आई.सी.पी. केशरी ने भी इस बयान को लेकर मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि एसोसिएशन राजगढ़ की महिला अधिकारियों के खिलाफ कुछ जनप्रतिनिधियों के अपमानजनक बयान की निंदा करता है। यह बयान अधिकारियों को हतोत्साहित करने वाला है और महिलाओं की गरिमा के खिलाफ है।
वहीं, ग्वालियर के जिलाधिकारी अनुराग चौधरी ने कहा, ऐसी अशिष्टता और शब्दावली का भारतीय संस्कृति में कोई स्थान नहीं है। राजगढ़ की कलेक्टर के विरुद्ध की गई अभद्र टिप्पणी अत्यंत निंदनीय है।
जनसंपर्क विभाग के आयुक्त पी. नरहरि ने कहा है, किसी भी अधिकारी या किसी महिला के खिलाफ इस तरह की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करें।
मुरैना की महिला कलेक्टर प्रियंका दास ने हाथ पर कालीपट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया। इसी तरह राजगढ़ के कर्मचारियों ने भाजपा नेता के विरुद्ध प्रदर्शन किया।
वहीं, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यादव का बचाव किया है। उनका कहना है कि यादव के भाव को समझा जाना चाहिए, वे सरल नेता हैं।
इस बीच, यादव ने भी अपना स्पष्टीकरण दिया। उनका कहना है, मेरा आशय था कि कलेक्टर कांग्रेस नेताओं का पक्ष लेती हैं और भाजपा कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारती हैं।