मध्य प्रदेश में दिल के मरीज गरीब बच्चों के नि:शुल्क उपचार के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं सांई प्रशांति मेडिकल सíवस एंड रिसर्च फांउंडेशन के बीच करार हुआ है। करारनामे (एमओयू) पर दोनों पक्षों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए। म्ांत्रालय में बुधवार को हुए करारनामे में तय किया गया है कि जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों को हृदय उपचार योजना के अंतर्गत सत्य सांई प्रशांति मेडिकल सíवसेस एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा नि:शुल्क शिविरों का आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से किया जाएगा। इन शिविरों के जरिए दिल की बीमारी से पीड़ित बच्चों की पहचान की जाएगी।
एमओयू पर राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की ओर से संचालक छवि भारद्वाज ने और फाउंडेशन की ओर से मैनेजिग ट्रस्टी मनोज भिमानी ने हस्ताक्षर किए।
एमओयू के अनुसार प्रतिवर्ष 1000 बच्चों का हृदय संबंधी बीमारियों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मौके पर कहा, “बालपन में हृदय की बीमारी से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए सरकार प्रतिबद्घ है। राज्य सरकार बच्चों को दिल की बीमारी से मुक्त करने के लिए उनका नि:शुल्क इलाज करवा रही है। स्वयंसेवी संस्थाओं के इस कार्य में जुड़ जाने से निश्चित ही हम प्रदेश के ऐसे सभी बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज करने में सफल होंगे, जो दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं।”