भारत प्राचीन हिंदू राष्ट्र है : आरएसएस


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि भारत प्राचीन राष्ट्र, हिंदू राष्ट्र और एक राष्ट्र है, यही संघ का विचार है। अरूण कुमार लखनऊ में बुधवार को डा. राममनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के अम्बेडकर सभागार में आयोजित ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-विचार और कार्य’ विषयक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि भारत प्राचीन राष्ट्र, हिंदू राष्ट्र और एक राष्ट्र है, यही संघ का विचार है। इस विचार में कभी कोई बदलाव नहीं होगा। संघ के स्वयंसेवक प्रत्येक दिन शाखा पर प्रार्थना बोलते हैं, उसकी अंतिम लाइन में संघ का लक्ष्य क्या है, यह बताया गया है।

उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में संघ के प्रति अनुकूलता का माहौल है। समाज जीवन में बहुत बड़ा वर्ग है जो संघ से जुड़ना चाहता है, व्यस्तता के चलते संभव नहीं है। इस प्रकार की संगोष्ठी का आयोजन देशभर में विभिन्न स्थानों पर संघ को बताने व समझाने के लिए किया जा रहा है।

अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख ने कहा कि संघ का कितना भी कोई विरोधी क्यों न हो एक बार शाखा में आ गया तो फिर वह संघ का होकर रह जाता है। सन् 1964 में बाबू जयप्रकाश नारायण संघ के संपर्क में आए। बिहार में अकाल के समय वह संघ कार्य को देखकर प्रभावित हुए। जयप्रकाश नारायण ने दिल्ली के संघ कार्यक्रम में कहा कि मेरी सम्पूर्ण क्रांति का स्वप्न कोई साकार करेगा तो वह संघ ही होगा। इसलिए हम ऐसे सभी लोगों से आग्रह करते हैं कि वह थोड़ा और नजदीक आएं और संघ को समझने का प्रयास करें।

उन्होंने कहा कि समय के साथ-साथ संघ ने जरूरत के अनुसार अपना लक्ष्य, भगवा ध्वज और अपना विचार छोड़कर सब कुछ बदल दिया।

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