दिल्ली में 2 कमरों के मकान से झुग्गियों के 10 लाख लोगों को साधने में जुटी भाजपा


दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीबों को साधने में जुटी है। भाजपा की नजर यहां रहने वाले करीब दस लाख गरीबों पर है। इसके लिए भाजपा ने जहां झुग्गी-वहीं मकान योजना के तहत गरीबों को दो-दो कमरों का मकान देने का वादा किया है। भाजपा झुग्गी-झोपड़ियों के लोगों से मकान के लिए फॉर्म भरवाकर उन्हें भरोसा देने में जुटी है।

भाजपा का कहना है कि मोदी सरकार 2022 तक दिल्ली को झुग्गी मुक्त कर देगी। इसके लिए डीडीए गरीबों को आशियाना मुहैया कराने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है।

दिल्ली में 40 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में 376 झुग्गी-झोपड़ियां हैं जिसमें दो लाख परिवार के करीब दस लाख सदस्य रहते हैं। ये झुग्गी-झोपड़ियां केंद्र सरकार और डीडीए की जमीन पर हैं। दिल्ली से झुग्गी-झोपड़ियों का नामोनिशान मिटा देने के लिए केंद्र सरकार यहां दो-दो कमरों का निर्माण कर गरीबों के सुपुर्द कर देने की कोशिशें में जुटी हैं।

डीडीए फिलहाल 32 बस्तियों का सर्वे कर डीपीआर तैयार कर चुका है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 7500 फ्लैट बन चुके हैं। हर घर 30 वर्ग मीटर की होगा, जिसमें दो कमरे, रसोई, बाथरूम और बालकनी होगी।

भाजपा नेता सभाओं में केंद्र सरकार की इस योजना का ढिंढोरा पीटते हुए बता रहे हैं कि दिलशाद गार्डन स्थित कलंदर कॉलोनी के लिए जल्द टेंडर निकाला जाएगा। इसके बाद रोहिणी सेक्टर 18 और दक्षिणी दिल्ली में कुसुम पहाड़ी के पास बसी झुग्गी बस्ती का टेंडर निकाला जाएगा। वहीं कठपुतली कॉलोनी, कालकाजी एक्सटेंशन, जेलरवाला बाग और अशोक विहार में बने 7500 आवासों को आने वाले कुछ दिनों में केंद्र सरकार सुपुर्द कर देगी।

भाजपा नेता और प्रवक्ता अश्वनी उपाध्याय ने आईएएनएस से कहा, झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लाखों लोगों को हमेशा आशियाना उजड़ने की चिंता सताती थी। साथ ही बिजली, पानी, सड़क, पार्क आदि बुनियादी सुविधाओं के अभाव में दो लाख से ज्यादा परिवार गुजर-बसर करने को मजबूर थे। अब झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को भी अपना मकान नसीब हो सकेगा। मोदी सरकार निस्वार्थ भाव से गरीबों का भला कर रही है।

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