पीएम मोदी के साथ शेख हसीना की आज द्विपक्षीय वार्ता, भारत-बांग्लादेश के बीच 7 समझौते संभव

नई दिल्ली, ६ सितंबर।  बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना आज 4 दिवसीय दौरे पर भारत में हैं। इस दौरान वे आज मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगी। इससे पहले राष्ट्रपति भवन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का स्वागत किया गया।  इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे।

अपने अभिवादन में पीएम शेख हसीना ने कहा, “भारत हमारा हमेशा से एक अच्छा साथी रहा है। मैं भारत-बांग्लादेश के बीच एक सकारात्मक वार्ता की अपेक्षा रखती हूं। हमारा देश जब आज़ाद हुआ तब भारत और भारत के लोगों ने हमारा समर्थन किया,उस दौरान किए गए भारत के योगदान का मैं शुक्रिया करती हूं।”

 

उन्होंने आगे कहा, “हमारी प्राथमिकता लोगों के मुद्दों, गरीबी उन्मूलन और अर्थव्यवस्था को विकसित करना है। इन मुद्दों के साथ, मुझे लगता है कि हम दोनों देश एक साथ काम करते हैं ताकि न केवल भारत और बांग्लादेश में बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में लोगों को बेहतर जीवन मिल सके।”

राष्ट्रपति भवन में स्वागत समारोह के बाद वो राजघाट चली गईं, जहां उन्होंने बापू की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।

मालूम हो कि आज पीएम मोदी से द्वीपक्षीय वार्ता और राष्ट्रपति की मुलाकात के दौरान भारत-बांग्लादेश के बीच रक्षा, व्यापार, रेलवे, वॉटर मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी से जुड़े 7 समझौते हो सकते हैं। इनमें महत्वपूर्ण कुशियारा नदी जल समझौता भी शामिल है। 8 सितंबर को शेख हसीना अजमेर शरीफ की दरगाह पर माथा टेकने जाएंगी।

शेख हसीना सोमवार को ही भारत आईं हैं। बांग्लादेश भारत का ‘पड़ोसी पहले’ (Neighbourhood First) नीति के तहत एक महत्वपूर्ण भागीदार है। दोनों देशों के संबंधों को लेकर यह यात्रा बेहद खास है।

इसके पहले हसीना ने रोहिंग्या मुसलमानों को उनके देश के लिए एक चुनौती बताया। उन्होंने कहा- ये देश के लिए बहुत बड़ा बोझ हैं और उन्हें लगता है कि इस मुद्दे का समाधान निकलने में भारत एक बड़ी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे बांग्लादेशी छात्रों का रेस्क्यू करने के लिए भारत के PM नरेंद्र मोदी की तारीफ की।

शेख हसीना ने मुश्किल समय में मदद करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ भी की। उन्होंने कहा- रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच हमारे (बांग्लादेश) कई छात्र पूर्वी यूरोप में फंस गए थे। इन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद भारत लाया गया। हसीना ने कहा- बांग्लादेश के कई छात्र जंग से बचकर पोलैंड चले गए थे, लेकिन जब भारत सरकार भारतीय छात्रों को बचाने में लगी हुई थी उन्होंने हमारे छात्रों को मुसीबत में नहीं छोड़ा। वो भी हमारे छात्रों को भी वापस घर ले आए।

उन्होंने भारत को बांग्लादेश का ‘टेस्टेड फ्रेंड’ यानी परखा हुआ मित्र बताया। उन्होंने कहा- भारत ने वैक्सीन मैत्री प्रोग्राम के तहत बांग्लादेश को वैक्सीन की कई खेप भेजीं। ये भी सराहनीय है। उन्होंने पड़ोसी देशों के बीच मजबूत सहयोग कायम रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्हें बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।

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