निजी मेडिकल कॉलेजों की फीस प्रति वर्ष 13,610 रुपए की जाए:रामदास

पट्टाली मक्काल काच्चि (पीएमके) के संस्थापक एस रामदास ने कहा है कि तमिलनाडु सरकार को तत्काल एक आदेश जारी कर निजी कॉलेजों की 50 प्रतिशत सीटों की फीस 13610 रुपए प्रति वर्ष कर देनी चाहिए ताकि यह सरकारी कॉलेजों के बराबर हो जाए।

उन्होंने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के हाल ही के दिशानिर्देशों का स्वागत किया है जिसमें कहा गया है कि निजी मेडिकल कॉलजों और डीम्ड विश्वविद्यालयों की 50 प्रतिशत सीटों की फीस सरकारी कॉलजों के बराबर कर देनी चाहिए।

उनके मुताबिक निजी मेडिकल कॉलेज राज्य सरकार को दी जाने वाली सीटों के लिए सालाना 3.85 लाख रुपये से 4.15 लाख रुपये तक फीस लेते हैं। श्री रामदास ने कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों की फीस 13,610 रुपये है, जो निजी स्कूलों द्वारा एलकेजी कक्षाओं के लिए ली जाने वाली फीस से कम है।

उन्होंने कहा कि निजी मेडिकल कॉलेजों से ज्यादा डीम्ड विश्वविद्यालयों में फीस का नया ढांचा लागू किया जाना जरूरी है कि क्योंकि वे हर साल 20-25 लाख रुपये लेते हैं।

गौरतलब है कि तमिलनाडु में अधिकांश राजनीतिक दल नीट परीक्षा का विरोध इस आधार पर कर रहे हैं कि यह सामाजिक न्याय को प्रभावित करेगा और गरीब छात्र प्रवेश परीक्षा को पास नहीं कर पाएंगे।

रामदास ने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं जहां गरीब परिवारों के छात्र निजी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश नहीं ले पाए क्योंकि उनकी फीस बहुत अधिक थी।

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