केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी का कहना है कि रबी और खरीफ सीजन के बीच की अवधि के दौरान खाली पड़े खेतों में जायद फसलों की खेती को बढ़ावा देने से किसानों को अतिरिक्त आय मिलेगी और उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।
रबी और खरीफ सीजन के बीच की अवधि को जायद सीजन कहते हैं। जायद यानी गर्मी के मौसम में उगाई जाने वाली फसलों को जायद फसल कहते हैं। इस सीजन में किसान खीरा, ककड़ी, तोरई, तरबूज, खरबूजा, भिंडी, जैसी कई सब्जियों की खेती करते हैं, इसके अलावा गर्मी के मौसम में आम, लीची जैसे फलों का उत्पादन भी होता है। चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुनी करने को लेकर प्रतिबद्ध है, इसलिए रबी और खरीफ के साथ-साथ जायद फसलों का उत्पादन बढ़ाने पर सरकार जोर दे रही है और इसके लिए उपाय किए जा रहे हैं। पिछले सप्ताह यहां राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के नई दिल्ली स्थित परिसर में जायद कृषि और बागवानी उत्पाद पर पहला राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन हुआ, जिसमें देश के सभी राज्यों के कृषि सचिवों समेत कृषि विभाग के अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया।