कोरोनावायरस : चीन ने मृतकों के अंतिम संस्कार पर लगाई रोक


चीन में कोरोना वायरस से अब तक 259 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही संक्रमण के कुल 11,791 मामलों की पुष्टि हुई है। इस खतरे को देखते हुए कई अन्य देश अपने नागरिकों को हुबेई से बाहर निकालने के लिए विमान भेज रहे हैं।

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने अपनी नियमित रिपोर्ट में शनिवार को बताया कि 1,795 मरीज नाजुक स्थिति में हैं। वहीं, कुल 17,988 लोगों के संक्रमित होने का संदेह है। कुल 243 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

शुक्रवार को 2,102 नए मामलों की पुष्टि हुई है। भारत समेत कई अन्य देशों में इस वायरस से पीड़ित लोगों के 124 मामलों की पुष्टि हुई है। यहां केरल में पहला मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 1,36,987 ऐसे लोगों का पता लगाया गया है, जो कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के संपर्क में आए थे। इनमें से 6,509 को चिकित्सीय निगरानी के बाद शुक्रवार को छुट्टी दे दी गई। उधर, वियतनाम ने चीन जाने वाली सभी उड़ानें रद्द कर दीं।

एप्पल ने चीन में नौ फरवरी तक स्टोर बंद किए

एप्पल कंपनी ने वायरस के चलते चीन में नौ फरवरी तक अपने स्टोर, कॉरपोरेट कार्यालयों और संपर्क केंद्रों को बंद रखने की घोषणा की है। एप्पल ने बयान जारी कर कहा कि हम कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।

चीन ने थाइलैंड और मलेशिया से वुहान के नागरिकों को बुलाया

थाइलैंड और मलेशिया से हुबेई प्रांत के नागरिकों को विमानों से वुहान वापस लाया गया। शियामेन एयरलाइन्स का एक चार्टर विमान शुक्रवार देर रात बैंकॉक से हुबेई की राजधानी वुहान पहुंचा। शियामेन की दूसरी उड़ान कुछ ही देर बाद मलेशिया के प्रसिद्ध तटीय पर्यटन केंद्र कोटा किनाबालू से हुबेई के नागरिकों को लेकर पहुंची। चीन के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि वह विदेशों से वुहान के नागरिकों को जल्द से जल्द वापस लाएगा, क्योंकि उन्हें वहां व्यावहारिक कठिनाइयां आ रही हैं।

शादियां रोकने, अंतिम संस्कार छोटा करने की अपील

चीन ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए लोगों से विवाह कार्यक्रम को रोकने और अंतिम संस्कार के कार्यक्रम को छोटा करने की अपील की है। नागरिक मामलों के मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि दो फरवरी होने वाली शादी के लिए सलाह दी जाती है कि आप इसे रद्द कर दें और दूसरों को इस बारे में बताएं।

स्पेन में सामने आया पहला मामला

स्पेन में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने देर शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार जिस व्यक्ति में यह वायरस पाया गया है, वह जर्मनी निवासी है। उसको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

चीन की यात्रा कर चुके विदेशी अमेरिका नहीं जा पाएंगे

अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि वह लोक स्वास्थ्य को लेकर आपात स्थिति घोषित कर रहे हैं। इसके साथ ही उन विदेशी नागरिकों के देश में प्रवेश पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं, जिन्होंने पिछले दो सप्ताह में चीन की यात्रा की है। स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग के सचिव एलेक्स अजार ने कहा कि उन सभी विदेशी नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश नहीं दिया जाएगा, जो दो सप्ताह पहले चीन की यात्रा करके आ रहे हैं। यह आदेश दो फरवरी शाम पांच बजे से लागू हो जाएगा।

दो और लोग आरएमएल में भर्ती

कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने के संदिग्ध दो और लोगों को यहां आरएमएल अस्पताल के अलग वार्ड में भर्ती कराया गया है। इससे यहां भर्ती होने वाले मरीजों की कुल संख्या आठ पर पहुंच गई है। अस्पताल अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार शाम को 23 तथा 46 वर्ष के दो व्यक्तियों ने सांस लेने में दिक्कत तथा बुखार की शिकायत की। उन्होंने बताया कि 23 वर्षीय व्यक्ति पिछले पांच वर्षों से वुहान में रह रहा था और वह 24 जनवरी को भारत लौटा था। दूसरा व्यक्ति चांग्सा गया था और 18 जनवरी को भारत लौटा।

सेना इसके प्रसार को रोकने के लिए प्रयासरत : नरवने

सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने ने शनिवार को कहा कि सेना कोरोना वायरस को रोकने के लिए अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभा रही है। उन्होंने कहा इसका प्रकोप वैश्विक स्तर पर पहुंच गया है और यह दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन गया है। मानेसर में पृथक केंद्र बनाने में सेना की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर जनरल नरवने ने कहा कि यह महामारी वैश्विक रूप धारण कर चुका है।

एयरपोर्ट पर फंसे पाकिस्तानी ने निकालने की गुहार लगाई

चीन के शिंजियांग क्षेत्र के एक हवाई अड्डे पर पिछले चार दिनों से पाकिस्तानी नागरिकों का एक समूह फंसा हुआ है, जिसमें करीब 150 लोग हैं। इन्होंने इस्लामाबाद में इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार से निकालने की गुहार लगाई है। मीडिया रिपोर्ट मुताबिक कि फंसे हुए पाकिस्तानी नागरिकों में ज्यादातर विद्यार्थी और उनके परिजन हैं और कुछ व्यापारी भी हैं। ये कुछ दिनों से शिंजियांग की राजधानी उरुमकी हवाई अड्डे पर फंसे हुए हैं।

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