टेलिकॉम क्षेत्र में जियो के आने के बाद मची भारी प्रतिस्पर्धा की मार से एयरटेल अभी तक नहीं उबर पाया है। एयरटेल को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2,866 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। कंपनी ने एक बयान में बताया कि पिछले साल की समान तिमाही में एयरटेल को 97 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।
सुनील मित्तल के नेतृत्व वाली दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी की आमदनी 30 जून की समाप्त हुई तिमाही में साल दर साल आधार पर 4.7% बढ़कर 20,738 करोड़ रुपये रही। जून तिमाही में एयरटेल का इंडिया ऐवरेज रेवेन्यू पर यूजर (एआरपीयू) 129 रुपये रहा, जो मार्च तिमाही में 123 रुपये रहा था। ऐवरेज रेवेन्यू पर यूजर किसी दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी की वित्तीय सेहत का अहम पैमाना होता है।
भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक तथा सीईओ (भारत एवं दक्षिण एशिया) गोपाल विट्ठल ने कंपनी की आमदनी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वित्त वर्ष की पहली तिमाही की शुरुआत स्वस्थ एवं उचित वृद्धि के साथ हुई है।
उन्होंने कहा, ‘हेडलाइन प्राइसिंग स्थिर रही है, हालांकि यह निचले स्तर पर है। हम अपने रिवार्ड्स प्लेटफॉर्म एयरटेल थैंक्स के जरिये अपने ग्राहकों को वैल्यू प्रदान करने पर केंद्रित रहे हैं। इसके कारण लगातार दूसरी तिमाही में हमारे एआरपीयू में बढ़ोतरी हुई है।’