अमेरिका ने जी-7 समूह के विदेश मंत्रियों से शुक्रवार को कहा कि ईरान में ड्रोन हमले के बारे में इजरायल से उसे आखिरी क्षणों में सूचना मिली. इटली के मंत्री ने यह जानकारी दी. इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने कहा कि अमेरिका ने समूह के सदस्य देशों की बैठक में, शुक्रवार सुबह के सत्र में यह सूचना दी. संदिग्ध हमले से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने के लिए सत्र का एजेंडा अंतिम क्षणों में बदल दिया गया. ताजानी ने कहा कि अमेरिका ने जी-7 देशों के विदेश मंत्रियों को बताया कि उसे ड्रोन के बारे में इजरायल ने आखिरी क्षणों में सूचित किया. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अमेरिका इस हमले में शामिल नहीं है. उसे महज इसकी सूचना मिली थी.’’
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी उस रिपोर्ट की पुष्टि करने से इनकार किया कि इजरायल ने ड्रोन हमले की चेतावनी दी थी, लेकिन कहा कि उनका देश इसमें शामिल नहीं था. उधर, ईरान ने इस्फहान शहर के पास शुक्रवार को तड़के ड्रोन देखने के बाद एक प्रमुख वायु सेना अड्डे और परमाणु स्थल के बचाव में उन पर हमला किया. ये ड्रोन ईरान के अप्रत्याशित ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद इजरायल के हमले के तहत दागे माने जा रहे हैं. माना जा रहा है कि ईरान के अप्रत्याशित ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद ये ड्रोन इजरायल की ओर से दागे गए.
ईरान और इजरायल की हमलों पर चुप्पी!
ईरान के किसी भी अधिकारी ने इस आशंका को प्रत्यक्ष रूप से स्वीकार नहीं किया है कि इजरायल ने हमला किया है. इजरायली सेना ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. हालांकि गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ युद्ध और सीरिया में ईरान को निशाना बनाकर किए गए हमलों के बीच शनिवार को इजरायल पर हमले होने के बाद से तनाव बढ़ गया है. अमेरिका के अधिकारियों ने शुक्रवार को सुबह इस बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन अमेरिकी ब्रॉडकास्ट नेटवर्क ने कुछ अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि इजरायल ने हमला किया था. इन अधिकारियों के नाम नहीं बताए गए.