ईयू-एयू शिखर सम्मेलन संपन्न, शांति,सुरक्षा,स्वास्थ्य और रोज़गार में सहयोग का वादा

ब्रसेल्स, १८ फरवरी । यूरोपीयन यूनियन (ईयू)-अफ्रीका यूनियन (एयू) का दो दिवसीय सम्मेलन शुक्रवार को ब्रसेल्स में संपन्न हुआ। १७ और १८ फ़रवरी को आयोजित इस छठे यूरोपीय-अफ्रीकी संघ शिखर सम्मेलन का उद्देश्य आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना था। मालूम हो कि यह सम्मेलन ऐसे दौर में आयोजित की गई जब दुनिया एक तरफ़ COVID-19 महामारी की मार झेल रहा है तो दूसरी तरफ़ कुछ अफ्रीकी देशों में हाल ही में तख्तापलट हुई है।

हालाँकि , इससे पहले यूरोपीय संघ के नेताओं ने गुरूवार को एक संक्षिप्त बैठक कर कूटनीतिक माध्यमों से यूक्रेन संकट का हल निकालने की संभावनाओं पर भी चर्चा की थी। इस दौरान पड़ोसी देश यूक्रेन पर रूस द्वारा हमला किये जाने की सूरत में रूस पर पाबंदियां लगाने पर भी बात की गई। 27 सदस्यों वाले यूरोपीय संघ ने सम्मेलन से पहले यह अनिर्धारित बैठक बुलाई थी, ताकि वहाँ मौजूद सभी यूरोपीय राष्ट्राध्यक्षों या प्रतिनिधियों से रूस- यूक्रेन संकट पर विचार किया जा सके ।

यूरोपीय संघ की बैठक के बाद ईयू आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लेयिन ने कहा, ”कूटनीतिक वार्ता का अभी अंत नहीं हुआ है। यह अच्छी बात है और हमें अब भी उम्मीद है कि शांति कायम होगी।”बैठक में यूरोपीय संघ ने ब्रिटेन और अमेरिका की इस बात से सहमति जताई कि यदि रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो उस पर कड़ी पाबंदियां लगाई जाएंगी।

यूरोपीय संघ (ईयू) की ओर से अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल,और अफ्रीकी संघ (एयू) की तरफ़ से अध्यक्ष एवं सेनेगल गणराज्य के राष्ट्रपति मैकी साल की मौजूदगी में गुरुवार को छठे यूरोपीय-अफ्रीकी संघ शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई।

शिखर सम्मेलन के पहले दिन दोनों नेताओं ने एक साझा भविष्य के निर्माण के लिए एक नए सिरे से साझेदारी के लिए एक संयुक्त दृष्टिकोण के लिए प्रतिबद्धता जताई।
एक संयुक्त बयान में “दो संघ, एक संयुक्त दृष्टि” पर ज़ोर देते हुए कहा कि हम इस बात से सहमत हैं कि संयुक्त विजन का उद्देश्य हमारे नागरिकों और हमारी भावी पीढ़ियों के लिए एकजुटता, सुरक्षा, शांति और टिकाऊ और सतत आर्थिक विकास और समृद्धि के लिए एक नए सिरे से साझेदारी को मजबूत करना है, जिससे हमारे लोगों, क्षेत्रों और संगठनों को एक साथ लाया जा सके।

शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन दोनों संघों के अध्यक्षों की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह नवीनीकृत साझेदारी भूगोल, इतिहास की स्वीकृति, मानवीय संबंधों, संप्रभुता के लिए सम्मान, आपसी सम्मान और जवाबदेही, साझा मूल्यों, भागीदारों के बीच समानता और पारस्परिक प्रतिबद्धताओं पर आधारित होगी।

इसका उद्देश्य हमारी साझा प्राथमिकताओं, साझा मूल्यों, अंतर्राष्ट्रीय कानून को बढ़ावा देने और हमारे हितों और आम सार्वजनिक वस्तुओं को एक साथ संरक्षित करने में प्रेरक शक्ति बनना है।

इसमें अन्य बातों के साथ-साथ शामिल हैं: हमारे नागरिकों की सुरक्षा और समृद्धि, सभी के लिए मानव अधिकारों की सुरक्षा, जीवन के सभी क्षेत्रों में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण, लोकतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मान, सुशासन और कानून का शासन, जलवायु को संरक्षित करने के लिए कार्रवाई पर्यावरण और जैव विविधता, सतत और समावेशी आर्थिक विकास, असमानताओं के खिलाफ लड़ाई, बच्चों के अधिकारों के लिए समर्थन, और महिलाओं, युवाओं और सबसे वंचितों को शामिल करना।

बयान में खाद्य सुरक्षा और पोषण के महत्व को भी महत्व देते हुए कहा कि वर्ष 2022 के एयू थीम का स्वागत करते हैं।

एक नवीनीकृत साझेदारी को नई ऊँचाई देने के लिए आयोजित छठे यूरोपीय-अफ्रीकी संघ शिखर सम्मेलन में महामारी से पैदा हुए संकट पर भी चर्चा हुई। बैठक में तत्काल चुनौती, टीकों की निष्पक्ष और न्यायसंगत पहुंच सुनिश्चित करने पर भी ज़ोर दिया गया।

यूरोपीय-अफ्रीकी संघ शिखर सम्मेलन में यूरोपीय संघ ने 2022 के मध्य तक अफ्रीका वैक्सीन एक्विजिशन टास्क टीम (AVATT) प्लेटफॉर्म के ज़रिए , अफ्रीका को कम से कम 450 मिलियन वैक्सीन खुराक प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। यूरोपीय टीम टीकाकरण की गति को तेज करने और अफ्रीका सीडीसी के साथ मिलकर खुराक के कुशल वितरण और चिकित्सा टीमों के प्रशिक्षण और विश्लेषण के लिए 425 मिलियन यूरो जुटाएगा। इसके अलावा यूरोपीय संघ ने स्वास्थ्य संबंधी दुष्प्रचार के खिलाफ लड़ाई में भी योगदान देने पर सहमति जताई।

सम्मेलन में अफ्रीकी संघ और यूरोपीय संघ ने महामारी के खिलाफ लड़ाई और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए विश्व व्यापार संगठन के योगदान की तात्कालिकता को भी रेखांकित किया। एक समृद्ध और मज़बूत अफ्रीका और यूरोप के निर्माण के लिए 150 बिलियन यूरो की घोषणा की गई, ताकि २०३० के अफ्रीका-यूरोप के साझा मिशन और एयू एजेंडा 2063 के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को मज़बूत किया सकेगा।

दो महाद्वीपों का साथ आने का उद्देश्य एजेंडे की सफलता को दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए मिसाल पेश करना और साझा करना है। इस ग्लोबल गेटवे इन्वेस्टमेंट पैकेज का उद्देश्य मौजूदा पहलों और साझेदारियों पर सार्वजनिक और निजी निवेश निर्माण को बढ़ावा देना भी है।

इससे पैकेज बड़े पैमाने पर स्थायी निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इसमें प्रमुख हैं, ऊर्जा, परिवहन और डिजिटल बुनियादी ढांचे में निवेश, अफ्रीकी देशों बिजली की पहुंच, पेरिस समझौते के तहत अफ्रीकी देशों के राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) और राष्ट्रीय अनुकूलन योजनाओं (एनएपी) के कार्यान्वयन का समर्थन और डिजिटल सशक्तिकरण।

इसके अलावा अफ्रीका में सतत विकास, रोजगार सृजन, परिवहन सुविधा, स्वास्थ्य और शिक्षा प्रणालियों में सुधार पर भी ज़ोर दिया गया। वैश्विक स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में अपनाई गई रोम घोषणा के अनुरूप, महामारी की तैयारी, स्वास्थ्य सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक समान पहुंच के लिए पहल का समर्थन करने पर भी दोनों संघों ने प्रतिबद्धता जताई।

शांति और सुरक्षा के लिए नए सिरे से सहयोग पर भी यूरोपीय और अफ्रीकी संघ ने सहमति जताई। अस्थिरता, कट्टरपंथ, हिंसक उग्रवाद और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एकीकृत दृष्टिकोण और सहयोग देने पर भी शिखर सम्मेलन में घोषणा की गई। सम्मेलन के आख़िर में मानव तस्करी और पलायन पर भी चर्चा हुई। इस दौरान दोनों संघ के सदस्य देशों ने तस्करी के खिलाफ सहयोग बढ़ाने और मजबूत सीमा प्रबंधन पर सहमति जताई।

इस दौरान शरणार्थियों और प्रवासियों को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की आवश्यकता पर भी संयुक्त एयू-ईयू-यूएन त्रिपक्षीय कार्य बल के काम को पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिबद्धता जताई गई।
समापन भाषण में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र प्रणाली सुधार प्रयासों में योगदान करने के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए ईयू अध्यक्ष ने कहा, “हम पेरिस समझौते के पूर्ण कार्यान्वयन और सीओपी के परिणामों के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।

हम मानते हैं कि अफ्रीका का ऊर्जा संक्रमण इसके औद्योगीकरण और ऊर्जा अंतर को पाटने के लिए महत्वपूर्ण है। हम जलवायु तटस्थता की दिशा में न्यायसंगत पहल को बढ़ावा देने के लिए अफ्रीका का समर्थन करेंगे।

हम ऊर्जा संक्रमण प्रक्रिया के भीतर उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग के महत्व को पहचानते हैं। हम साल २०२२ में मिस्र में COP २७ की अफ्रीका की मेजबानी के साथ-साथ एक महत्वाकांक्षी वैश्विक जैव विविधता ढांचे का समर्थन करते हैं। हम महामारी की रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया पर एक नया महत्वाकांक्षी डब्ल्यूएचओ अंतर्राष्ट्रीय समझौता विकसित करने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

साझा बयान में दोनों संघों के अध्यक्षों में एयू-ईयू शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए सभी सदस्य देशों को बधाई दी और कहा कि दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान की गई प्रतिबद्धताओं के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। और एयू-ईयू मंत्रिस्तरीय निगरानी समिति सहित मौजूदा एयू-ईयू की टीम इसे समयबद्ध तरीक़े से लागू कराने में मदद करेगी।

– डॉ. म. शाहिद सिद्दीक़ी ,
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