अगली सदी तक कायम रहेगा कोविड: महामारी विशेषज्ञ

अमेरिका में मेयो क्लिनिक के एक महामारी विशेषज्ञ ने दावा किया है कि संक्रामक वायरस अगली सदी तक बना रहेगा।

महामारी विशेषज्ञ ने यह दावा ऐसे समय पर किया है, जब कई देशों में कोविड के मामले चरम पर हैं और कुछ विशेषज्ञ महामारी के अंत की भविष्यवाणी कर रहे हैं।

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, मेयो क्लिनिक के महामारी विज्ञानी और वैज्ञानिक जर्नल वैक्सीन के प्रधान संपादक ग्रेगरी पोलैंड के अनुसार, वायरस अगली सदी तक भी मनुष्यों को प्रभावित कर सकता है।

एक तरफ जहां दुनिया भर के कई वैज्ञानिक कोविड महामारी के जल्द ही खत्म होने के कयास लगा रहे हैं, वहीं पोलैंड ने महामारी लंबे समय तक चलने को लेकर चेताया है, जो कि चिंताजनक है।
पोलैंड के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, हम अभी तक किसी ऐसे चरण में नहीं हैं, जहां हम इसकी स्थानिकता की भविष्यवाणी कर सकें। हम फिलहाल इसे खत्म होते नहीं देख रहे हैं।

पोलैंड ने कहा कि वायरस ने जानवरों को संक्रमित करने की क्षमता दिखाई है, जिसका अर्थ है कि यह संभावित रूप से अनिश्चित काल तक फैल सकता है, क्योंकि यह प्रजातियों में फैलता है और उत्परिवर्तित (म्यूटेंट) होता रहता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि उनका यह भी मानना है कि वायरस इतने लंबे समय तक प्रसारित होगा कि लोगों को आगे भी पीढ़ी दर पीढ़ी कोविड शॉट्स प्राप्त होते रहेंगे।
महामारी विशेषज्ञ ने कहा, तो मुझे एक भविष्यवाणी करने दें, जिसे आप में से किसी के लिए भी देख पाना मुश्किल होगा, क्योंकि हम सभी तब तक मर चुके होंगे, लेकिन आपके परपोते तब भी कोरोनावायरस के खिलाफ प्रतिरक्षित (वायरस के खिलाफ वैक्सीन) हो रहे होंगे।

विशेषज्ञ ने कहा, मैं ऐसा कैसे कह सकता हूं? अगर आपको फ्लू का टीका मिला है तो आपको इन्फ्लूएंजा के एक स्ट्रेन के खिलाफ प्रतिरक्षित किया गया है, जो 1918 में दिखाई दिया था और एक महामारी का कारण बना था।

पोलैंड अकेले विशेषज्ञ नहीं हैं, जिन्होंने भविष्य के लिए इस तरह की भविष्यवाणी की है।

अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फौसी ने पिछले हफ्ते चेतावनी दी थी कि एक नया कोविड स्ट्रेन बन सकता है, जो महामारी की स्थिति को नाटकीय रूप से बदल देगा – जैसे कि ओमिक्रॉन वैरिएंट ने डेल्टा के बाद किया था।

फौसी ने दावोस एजेंडा वर्चुअल इवेंट के दौरान कहा, मुझे उम्मीद है कि (कोविड का स्थानिक होना) मामला है। लेकिन यह तभी होगा जब हमें दूसरा वैरिएंट नहीं मिलेगा, जो पहले वाले वैरिएंट की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को दूर करता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेब्रेयसस ने भी इस सप्ताह चेतावनी दी थी कि यह मान लेना खतरनाक होगा कि ओमिक्रॉन एक एंडगेम (कोरोना का पूरी तरह खत्म होना) कोविड वैरिएंट है।

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