“पिछले 20 साल में “आतंक के ख़िलाफ़ जंग” के नाम पर अफ़ग़ानिस्तान में हुईं क़रीब 10 लाख मौतें”

31 अगस्त को पश्चिमी सैनिकों के चले जाने के बाद तालिबान एक बार फिर ड्राइविंग सीट…

अफ़गानिस्तान में ‘ग्रेट गेम’ और अमेरिका का सेल्फ़ गोल !

उन्नीसवीं सदी में रुसी और ब्रिटिश साम्राज्यों और २०वीं सदी में अमेरिका और सोवियत संघ ने…

75 साल बाद भी कई तरह के बंधनों और जकड़नों में क्यों कैद है हमारा भारत!

75 साल पहले ही गुलामी से आजादी मिल गई। लेकिन जिसे असली आजादी कहते हैं क्या…

कोविड-19: महामारी में शहरी भारत भी बेहाल, नहीं काम आई उनकी हैसियत !

कोविड-19 की महामारी ने भारत में शहरी विकास प्रक्रिया के खोखलेपन को उजागर कर दिया है।…

न राशन, न चूल्हा फूंकने को ईंधन, छतों और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रात काटने को मजबूर बाढ़ पीड़ित

हम क्या कर सकते हैं, बाढ़ के पानी में सबकुछ डूब गया है और गांव को…

शासन के शतक से मात्र दो साल दूर मोदी सरकार, फिर भी बेरोज़गारी और लाचारी आसमान पर

पिछले दशक वाली सरकार के शासन काल में हम सुना करते थे कि किसानों ने क़र्ज़…

व्यंगात्मक विश्लेषण- आत्मनिर्भर भारत और हमारे अच्छे दिन !

सरकार जी’ ने इतना अच्छा बंदोबस्त कर दिया कि इलाज के लिए डाक्टर ढूंढना है तो…

मोदी सरकार 2.O: तबाही और बर्बादी के पीड़ादायक दो वर्ष- सीताराम येचुरी

ये दो वर्ष वास्तव में जनता तथा हमारे संवैधानिक गणतंत्र के लिए, संत्रास के दो वर्ष…

कोरोना वैक्सीन और हर पल मौत से जंग लड़ती देश की जनता!

प्रधानमंत्री ने 28 जनवरी 2021 को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक में कहा था- “आज भारत,…

कोरोना के हाहाकार से जनता त्रस्त, लेकिन सत्ता संग “गोदी मीडिया” मस्त!

भारतीय मीडिया देश की त्रासद हो चुकी स्थिति पर सरकार से सवाल नहीं कर रही है…