अदीस अबाबा, 22 जून ।विदेश मंत्री एस. जयशंकर राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों की बैठक में भाग लेने के लिए बुधवार से रवांडा की राजधानी किगाली के चार दिवसीय दौरे पर हैं। विदेश मंत्री जयशंकर 24-25 जून को राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
हालाँकि इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में रुके और राष्ट्रपति सहले-वर्क ज़्यूडे से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने द्राष्ट्रपति सहले-वर्क ज़्यूडे के साथ द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की और क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर अपने-अपने दृष्टिकोण भी साझा किये।
इस मुलाक़ात के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘मेरे स्वागत के लिए इथियोपिया के राष्ट्रपति सहले वर्क ज्यूडे को धन्यवाद। शिक्षा, स्वास्थ्य, निवेश एवं विकास संबंधी साझेदारी सहित हमारे द्विपक्षीय सहयोग पर एक अच्छी चर्चा हुई।’’
विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर भी अपने-अपने दृष्टिकोण रखे। जयशंकर ने वहां भारतीय समुदाय के लोगों को भी सम्बोधित किया।
उन्होंने भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत से संबंधित तस्वीरें साझा करे हुए ट्वीट किया, ‘‘शिक्षा और रोजगार सृजन में उनकी (प्रवासियों की) भूमिका सराहनीय रही है। इथियोपिया के समाज में उनके योगदान को व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। भारत का झंडा ऊंचा रखने के लिए उनका धन्यवाद।’’
मालूम हो कि अदीस अबाबा स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक़, इथियोपिया में भारतीय प्रवासियों की संख्या छह से सात हजार है। पूर्वी अफ्रीका के इस देश में कई भारतीय कंपनियां हैं। कई ऐसी इथियोपियाई कंपनियां हैं, जहां भारतीय कामगार नौकरी करते हैं। वेबसाइट में कहा गया है कि इथियोपिया के शिक्षा क्षेत्र में भारतीय समुदाय की अच्छी-खासी मौजूदगी है। इथियोपिया के 40 विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में करीब 1200 भारतीय व्याख्याता/प्राध्यापक हैं। वेबसाइट के अनुसार, इथियोपिया में भारतीय समुदाय के शुरुआती निवासी 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध के वर्षों में गुजरात से आए थे। राजशाही के दौरान भी, पूरे इथियोपिया के स्कूलों में, यहां तक कि सबसे दूरदराज के हिस्सों में भी, हजारों भारतीय शिक्षक थे।
जयशंकर ने इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में नए भारतीय दूतावास चांसरी (कार्यालय) भवन का औपचारिक उद्घाटन भी किया। इस मौक़े पर उनके साथ इथियोपिया की महिला और सामाजिक मामलों की मंत्री एर्गोगी टेस्फाये और विदेश मामलों के राज्य मंत्री टेस्फाये यिल्मा भी थे।
जयशंकर ने कार्यक्रम की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘(मुझे) अदीस अबाबा में नये भारतीय दूतावास कार्यालय भवन का औपचारिक उद्घाटन करते हुए खुशी महसूस हुई। राजदूत और उनकी टीम को एक बड़े काम के लिए बधाई।’’
उन्होंने इस अवसर पर शामिल होने के लिए टेस्फाये और यिल्मा को भी धन्यवाद दिया।
एक अन्य ट्वीट में जयशंकर ने कहा कि उन्हें मंत्री टेस्फाये को तेलुगु में बोलते सुनकर खुशी हुई।
इसके बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों की 26वीं बैठक (चोगम) में भाग लेने के लिए किगाली पहुँचे। विदेश मंत्री जयशंकर 23 जून को चोगम-पूर्व विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे, जहां राष्ट्रमंडल सदस्य देशों के नेतागण जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य मुद्दों जैसी वैश्विक चुनौतियों सहित मौजूदा प्रासंगिक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।
इसके अलावा बैठक में बाल देखभाल और संरक्षण सुधार पर किगाली घोषणा, सतत शहरीकरण पर घोषणा सहित कई दस्तावेजों को अपनाने की भी उम्मीद है। इसके अलावा अपनी इस यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री के राष्ट्रमंडल सदस्य देशों के अपने समकक्षों और अन्य गणमान्य राष्ट्रमंडल सदस्य देशों के अपने समकक्षों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है।
-डॉ. म शाहिद सिद्दीक़ी
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