रीवा, मप्र। रंग निर्देशक हीरेन्द्र सिंह के प्रयासों से रीवा शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में नेशनल अवार्ड प्राप्त फिल्म “धन्ना” की शूटिंग हुई। रीवा रंगमंच के अनेक कलाकारों को इसमें अभिनय करने का अवसर मिला। श्री सी.एल मिश्र, अनवर मोहम्मद सिद्दीकी, नसीम नकवी, विभू सूरी, दीपेंद्र, आलोक शुक्ला जैसे अनेक कलाकारों ने भूमिकाएं की। इस फिल्म में गांधी की सर्वाधिक भूमिकाएं करने वाले श्री सुरेंद्र राजन साहब की भी प्रमुख भूमिका थी। दीपक राय द्वारा निर्देशित इस फिल्म के सिनेमैटोग्राफर malgudi days ke mashhur सिनेमैटोग्राफर श्री रामचंद्रन थे।
*दिनेश खन्ना साहब के बारे में*
शांति निकेतन के पास आउट श्री आशीष स्वामी श्रीराम सेंटर के बड़े सभागार में प्रसन्ना निर्देशित नाटक अभिज्ञान शाकुंतलम देखने गए थे। नाटक में दुष्यंत के सारथी यानी ड्राइवर की भूमिका में अपनी परफॉर्मेंस से, अपनी ऊर्जा से जिसने मंच को दहकाया था लोग उनकी तारीफ करते ना थकते थे यह दिनेश खन्ना थे, और दूसरे दिन इत्तेफाक से NSD के लॉन में निर्मल वर्मा की कहानियां पढ़ रहा था, यह और भी गजब था वही किताब उनके हाथों में थी बाद के दिनों में हमने जाना कि दिनेश खन्ना साहब बहुत अलहदा इंसान हैं* असल जिंदगी में इतने सरल जैसे उनके लिए कोई अपरिचित नहीं जाने कब से जानते हैं हर एक इंसान को। उन दिनों दूरदर्शन को छोड़कर कोई दूसरे TV चैनल नहीं थे। उनमें धारावाहिक *हम लोग और मुंशी प्रेमचंद कृत उपन्यास पर आधारित धारावाहिक निर्मला की धूम थी और उसमें केंद्रीय भूमिका में श्री दिनेश खन्ना साहब थे, वे देश के लोकप्रिय अभिनेताओं में से एक थे।
रीवा में इस से पहले कभी नाट्य कार्यशाला नहीं हुई थी। दिनेश खन्ना साहब से आग्रह किया कि वे रीवा में रंग कर्मियों के लिए एक नाट्य कार्यशाला का आयोजन करवाने की कृपा करें। उन्होंने इस आग्रह को स्वीकार किया। और रीवा में एक महीने की रंग कार्यशाला आयोजित हुई। और प्रेम चंद की छह कहानियों के बेहतरीन मंचनो का रीवा शहर गवाह बना, रीवा में रंगकर्म के उत्थान के लिए दिनेश खन्ना साहब का योगदान बहुत ही सारगर्भित रहा, उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की कई कार्यशालाओं का आयोजन रीवा में करवाया।
देवेंद्र द्विवेदी, रीवा