भारत-रूस के बीच15 समझौते, मोदी ने कहा-आंतरिक मामले में बाहरी दखल के खिलाफ

दो दिन के ऐतिहासिक दौरे पर रूस के व्लादिवोस्तोक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
साझा प्रेस वार्ता में दोनों नेताओं के सामने कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए, साथ ही साथ दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर चर्चा की। इस दौरान पीएम मोदी ने अफगानिस्तान के मसले पर कहा कि भारत हमेशा स्वतंत्र अफगानिस्तान की आशा करता है। इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि भारत-रूस मानते हैं कि किसी देश के आंतरिक मसले में किसी तीसरे देश को दखल नहीं देना चाहिए।

बुधवार को हुई साझा प्रेस वार्ता में नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत-रूस के बीच 20वां समिट है, जब पहला समिट हुआ था तब मैं गुजरात के CM के तौर मैं अटल बिहारी वाजपेयी के साथ यहां आया था और तब भी व्लादिमीर पुतिन यहां के राष्ट्रपति थे. हमारी कोशिश दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की है।
PM मोदी ने कहा कि भारत में रूस के सहयोग से न्यूक्लियर प्लांट बन रहे हैं, हमारे रिश्तों को हम राजधानियों के बाहर पहुंचा रहे हैं। पीएम बोले कि भारत-रूस डिफेंस, कृषि, टूरिज्म, ट्रेड में आगे बढ़ रहे हैं. स्पेस में हमारा सहयोग लगातार आगे बढ़ रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत ऐसा अफगानिस्तान देखना चाहता है जो स्वतंत्र, शांत और लोकतांत्रिक हो। हम दोनों किसी देश के आंतरिक मामले में बाहरी दखल के खिलाफ हैं। अगले साल भारत-रूस मिलकर टाइगर कन्जर्वेशन पर बड़ा फोरम करने में सहमत हुए हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर बताया कि दोनों देशों के बीच कुल 15 MoU पर साइन हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल मई में एक बार फिर रूस के दौरे पर जाएंगे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें वर्ल्ड वॉर-2 में रूस की जीत के 75 साल पूरे होने वाले जश्न में न्योता दिया है।

भारत से संबंधों पर व्लादिमीर पुतिन का बयान

साझा प्रेस वार्ता में व्लादिमीर पुतिन ने भारत के साथ संबंधों की चर्चा की और पीएम मोदी की जमकर तारीफ की। व्लादिमीर पुतिन ने साझा प्रेस वार्ता में कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध काफी सामरिक हैं, हम लगातार अपनी दोस्ती को मजबूत बना रहे हैं। हम लगातार संपर्क में रहते हैं और दोनों देशों के बीच लगातार कई बैठकें हो रही हैं। इससे पहले हम दोनों ओसाका में हुई थी, दोनों नेता लगातार खुले और बढ़िया वातावरण में बातचीत कर रहे हैं।

व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि पिछली बैठक में हमने जो फैसला लिए थे। उसकी आज समीक्षा की. उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता निवेश और व्यापार है। दोनों के व्यापार में 17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. मुझे विश्वास है कि दोनों देश कई और मोर्चे पर साथ आगे बढ़ेंगे।

रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि आज सुरक्षा, व्यापार और ऊर्जा में समझौते हुए हैं। पुतिन ने कहा कि हम भारत की कंपनियों का रूस में स्वागत करना चाहते हैं। भारत और रूस के बीच हथियारों को लेकर काफी अच्छे संबंध हैं, हम भारत में मिसाइल सिस्टम और रायफल बनाने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि सामरिक तौर पर दोनों देशों का इतिहास काफी पुराना है।

गौरतलब है कि बुधवार को दोनों देशों के बीच भारत और रूस के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इनमें डिफेंस-व्यापार-टूरिज्म-ऊर्जा से जुड़े क्षेत्र अहम रहे।

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