प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की पदयात्रा का जिक्र करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस पर हमला किया। मोदी ने ‘पूर्व प्रधानमंत्री की पदयात्रा की उपेक्षा करने और उसे तोड़मरोड़ कर पेश करने’ का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने गरीब ग्रामीणों और किसानों के लिए पदयात्रा की थी।
उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में एक फैशन है कि कुछ लोगों के पास कुछ विशेष अधिकार है। अगर कोई छोटा नेता पदयात्रा करता है तो टेलीविजन चैनल इसे 24 घंटे चलाते हैं और अखबार इसे मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित करते हैं। चंद्रशेखर जी ने गरीब ग्रामीणों और किसानों के लिए पदयात्रा की थी लेकिन देश ने उनकी उपेक्षा की।’
इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चंद्रशेखर जी की पदयात्रा को जानबूझकर दान, भ्रष्टाचार और अमीरों के धन के लिए चर्चा में रखा गया।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और रविदत्त बाजपेयी द्वारा लिखित पुस्तक ‘चंद्रशेख-द लास्ट आइकन ऑफ आइडियोलॉजिकल पालिटिक्स’ के विमोचन के अवसर पर मोदी ने कहा, ‘उनकी विचारधारा का विरोध हो सकता है, लेकिन सार्वजनिक जीवन में इस प्रकार की नाइंसाफी से हमेशा दुख होता है।’
अंग्रेजी में लिखी गई यह किताब चंद्रशेखर के जीवन का चित्रण है।
मोदी ने कहा, ‘अगर वर्तमान पीढ़ी से पूर्व प्रधामंत्रियों के बारे में पूछा जाए तो बहुत कम लोग उनके नाम लेंगे क्योंकि उनमें से कइयों को भुला दिया गया है।’
उन्होंने किताब लिखने के लिए हरिवंश को बधाई दी।
एक विशिष्ट समूह के लोगों को संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि इसके (समूह) द्वारा बाबा साहेब अंबेडकर और सरदार बल्लभभाई पटेल की छवि का चित्रण का इसका उदाहरण है। लालबहादुर शास्त्री को भी नहीं छोड़ा जिन्होंने बड़ी कुर्बानी दी।