बी20 समिट में डिजिटल, ऊर्जा, आपूर्ति श्रृंखला समेत 11 प्रमुख प्राथमिकता वाले विषयों पर जोर

नई दिल्ली। CII द्वारा आयोजित शुक्रवार को बी20 शिखर सम्मेलन का पहला दिन काफ़ी जोश देखने को मिला। 55 देशों से क़रीब 1700 उद्योग प्रतिनिधियों की मौजूदगी में क़रीब 11 मुख्य विंदुओं पर चर्चा हुई।

बी20 के उद्घाटन सत्र में टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने बताया कि बी20 के तहत 7 कार्यबल और 2 कार्य परिषदों ने 54 सिफारिशें और 172 नीतिगत उपाय तैयार किए हैं। उन्होंने कहा कि जी20 देशों के कारोबारियों के मंच बी20 ने जी20 देशों के लिए अपनी आधिकारिक सिफारिशों में उद्योगों में जारी डिजिटल और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस परिवर्तनों, ऊर्जा और वैश्विक मूल्य एवं आपूर्ति श्रृंखला में हो रहे बदलाव पर ध्यान केंद्रित किया है। अब इसके बाद जी20 देशों की सरकारों को इन पर विचार करना है। चंद्रशेखरन बी20 इंडिया के चेयरमैन भी हैं। उन्होंने कहा कि भारत इन मोर्चों पर हो रहे तीनों बदलावों का नेतृत्व करने के लिए बेहतर स्थिति में है।

समारोह में बोलते हुए उन्होंने चार महत्त्वपूर्ण सुझाव भी दिए। इसमें ‘वैश्विक बी20 संस्थान’ स्थापित करना भी शामिल है, जो बेहद अनुभवी लोगों वाला परिवर्तनकारी संस्थान, ज्ञान का केंद्र, विचार प्रणेता और थिंक टैंक होगा। यह जी20 देशों के साथ काम करेगा।

कार्यबल की अध्यक्षता कर रहे टाटा समूह के मुख्य कार्याधिकारी राजेश गोपीनाथन ने कहा कि डिजिटल परिवर्तन पर मुख्य सिफारिशों में लंबे समय के लिए कर्ज मुहैया कराते हुए एमएसएमई के कायाकल्प को बढ़ावा देने के साथ डिजिटल भरोसे को बढ़ावा देने के लिए तालमेल वाले साइबर सुरक्षा मानक और व्यवस्था तैयार करना शामिल है।

कोटक महिंद्रा बैंक के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक उदय कोटक वैश्विक अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए धन के इंतजाम पर कार्यबल की अध्यक्षता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्यबल ने सतत विकास के लक्ष्यों और दुनिया भर की जनता के हित के वास्ते निजी क्षेत्र के रकम जुटाने को बल देने पर काफी विचार किया। इसने सतत विकास के लक्ष्यों के लिए धन की कमी दूर करने में मदद के लिए एक ग्लोबल एसडीजी एक्सीलेरेशन फंड स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।

कोटक ने दुनिया भर के कारोबारियों से अपने मुनाफे का 0.2 फीसदी हिस्सा सामाजिक लक्ष्यों के लिए देने का आग्रह किया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा बदलाव, जैव विविधता और महासागर प्रदूषण के लिए संसाधन देने पर जोर दिया।

समावेशी वैश्विक मूल्य श्रृंखला पर बी20 ने चार सिफारिशें की हैं। इनमें लचीली और टिकाऊ वैश्विक मूल्य श्रृंखला बनाना, प्रौद्योगिकी और व्यापार 4.0, सेवा व्यापार में विविधता लाना और उसे आगे बढ़ाने तथा एलडीसी, एमएसएमई, महिलाओं एवं युवाओं के लिए समावेशी व्यापार को बढ़ावा देना शामिल है।

कामकाज के भविष्य पर गठित कार्यबल की अध्यक्ष और अपोलो हॉस्पिटल्स की कार्यकारी उपाध्यक्ष शोभना कामिनेनी ने कहा कि कामकाज की बदलती दुनिया में समावेशी और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देना; पुन: कौशल सिखाकर और कौशल बढ़ाकर कौशल को अनिवार्य करने तथा कार्यबल की गतिशीलता बढ़ाने को सिफारिशों में शामिल किया है।

आर्थिक सशक्तीकरण के लिए वित्तीय समावेशन पर कार्यबल के अध्यक्ष और एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने वित्तीय समावेशन और आर्थिक सशक्तीकरण के लिए व्यवस्था तैयार करने पर जोर दिया। इसमें निजी क्षेत्र की अधिक भागीदारी, तेजी से डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को शामिल करने, दूसरों के बीच सीमा पार से भुगतान को प्रोत्साहित करने सहित 11 प्रमुख प्राथमिकता वाले विषय शामिल हैं।

परिषद की अध्यक्षता कर रहे भारती एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा कि अफ्रीकी आर्थिक एकीकरण पर बी20 इंडिया ऐक्शन काउंसिल ने अफ्रीकी आर्थिक संघ को जी-20 में स्थायी रूप से शामिल करने के लिए बी-20 नेताओं के एक साथ आने का पुरजोर समर्थन किया है।

उन्होंने आगे कहा कि दुनिया की 60% कृषि योग्य परती जमीन अफ्रीका में है, इनके इस्तेमाल से खाद्य संकट दूर होगा। अफ्रीकी आर्थिक एकीकरण पर बी20 इंडिया एक्शन काउंसिल के अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा कि अफ्रीका की कृषि योग्य, असिंचित और उपजाऊ भूमि खाद्य संकट का समाधान पेश कर सकती है। अफ्रीका का आर्थिक एकीकरण गति पकड़ रहा है और उम्मीद जताई जा रही है कि अफ्रीका संघ जल्द ही जी-20 का स्थायी सदस्य बन जाएगा। मित्तल ने कहा कि जी-20 में अफ्रीकी की आवाज बेहद महत्वपूर्ण है।

सीआईआई की ओर से आयोजित बी20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांत ने भी उम्मीद जताई कि भारत जी-20 देशों को सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने के लिए मनाने में सफल होगा। जी 20 शेरपा अमिताभ कांत ने बुनियादी ढांचे के विकास, डिजिटल पहल और स्टार्टअप के क्षेत्र में हाल के वर्षों में भारत की ओर से किए गए विकास पर भी प्रकाश डाला। बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए कांत ने कहा कि बी20 की ओर से गठित सभी टास्क फोर्स ने बहुत सकारात्मक सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘हम उनकी जांच करेंगे, उन्हें जी-20 शेरपाओं के पास ले जाएंगे और देखेंगे कि इनमें से कितने सुझावों को नेताओं तक पहुंचाया जाए। विकास के लिए निजी क्षेत्र को महत्वपूर्ण बताते हुए भारत के जी-20 शेरपा ने कहा कि जी-20 के नेता के रूप में भारत के प्रधानमंत्री का दर्शन यह है कि सरकार को एक सहायक और उत्प्रेरक की भूमिका अदा करनी चाहिए।

मालूम हो कि भारत में शुक्रवार को बी20 समिट इंडिया 2023 की शुरुआत हुई। बिजनेस 20 या B20 वैश्विक व्यापार समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले G20 के मंचों में से एक है, जिसे 2010 में स्थापित किया गया था। जी-20 शिखर सम्मेलन अगले महीने आयोजित किया जाएगा।

-डॉ. शाहिद सिद्दीक़ी; Follow via Twitter @shahidsiddiqui

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