बढ़ते कोविड मामले, प्रदूषण डाल सकता है डीडीसीए चुनावों में बाधा

नई दिल्ली – बढ़ते कोविड-19 के मामले और प्रदूषण के बीच होने वाले दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के चुनावों में 4,270 डीडीसीए सदस्यों को वोट देने में परेशानी पैदा कर सकते हैं।

डीडीसीए के छह पद खाली हैं। अध्यक्ष पद के लिए चयन हो चुका है जहां डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली को सभी लोगों ने सर्वसम्मित से चुना है।

अब कोषाध्यक्ष और चार निदशकों के पद के लिए चुनाव होने हैं।

डीडीसीए के एक सीनियर अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, यह लो प्रोफाइल चुनाव है क्योंकि कोई बड़ा नाम इनमें नहीं है। अन्य कारण कोविड-19 के बढ़ते मामले और प्रदूषण हो सकता है, जो डीडीसीए के उम्रदराज सदस्यों को वोट करने से दूर रखे। 4,270 सदस्यों में से मुझे नहीं लगता कि 1500 से ज्यादा लोग अगले चार दिन में वोट करने आएंगे।

प्रत्याशी और उनके समर्थक हालांकि बैनर्स और पोस्टर्स पर ज्यादा पैसे खर्च नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, जो लोग चुनाव लड़ रहे हैं वो बड़े नामों के प्यादे हैं। चूंकि बड़े लोग चुनाव नहीं लड़ रहे हैं तो वह अपने समर्थित सदस्यों पर ज्यादा पैसा खत्म करने को लेकर ज्यादा हाथ नहीं खोल रहे हैं। इसलिए आप शहर में ज्यादा पोस्टर्स और बैनर्स नहीं देखेंगे जैसा 2018 के चुनावों में देखा गया था।

चुनाव प्रचार के कुछ तरीकों में पार्टियां आयोजित करना और फोन करना शामिल रहा है। कुछ मामलों में प्रत्याशी संभावित वोटर के घर पर उनसे मिलने भी गए हैं। एक ग्रुप ने कनॉट प्लेस के पांच सितारा होटल में सदस्यों के लिए पार्टी आयोजित की थी, जबकि बाकी समूहों ने अपने समर्थकों के लिए एरिया के हिसाब से पार्टी आयोजित की हैं।

कोषाध्यक्ष पद के लिए भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के रिश्तेदार पवन गुलाटी खड़े हुए हैं और उन्हें युवराज सिंह, हरभजन सिंह से समर्थन भी मिला है। पवन के सामने बीसीसीआई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष सीके. खन्ना की पत्नी शशि खन्ना हैं

युवराज ने लिखा, मैं गौतम और उनके परिवार को 20 साल से जानता हूं और वह हर किसी के साथ विनम्र रहे हैं। मैं उनके रिश्तेदार पवन गुलाटी से भी मिला हूं और वह मुझे बहुत नेक इंसान लगे। अनुभवी, पढ़े लिखे इंसान। मुझे इस बात में कोई शक नहीं है कि वह डीडीसीए के कोषाध्यक्ष के तौर पर अच्छा काम करेंगे

हरभजन ने लिखा, कई बार मुझे पवन गुलाटी से मिलने का मौका मिला है। उनकी खेल के प्रति समझ लाजवाब है। हमें क्रिकेट प्रशासन में कर्मठ और पेशेवर लोग चाहिए। मुझे इस बात में कोई शक नहीं है कि वह कोषाध्यक्ष पद के लिए उपयुक्त शख्स हैं।

मैं उनका समर्थन करता हूं और आपसे भी अपील करता हूं आप भी करें।

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