पेटीएम कोरोना संकट को देखते हुए कर्मचारियों की छुट्टियों को अस्थायी रूप से समायोजित करेगी

नई दिल्ली, – डिजिटल भुगतान प्रमुख पेटीएम ने कहा कि उसने अपने सभी कर्मचारियों से अनुरोध किया है कि वे कंपनी का संचालन सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए अपनी कुछ अवकाश अवधि का योगदान दें।

सरकार की ओर से सोमवार को शुरू होने वाले राष्ट्रव्यापी बंद 4.0 के तहत देश के कुछ हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दी जा सकती है, जिसे देखते हुए कंपनी ने अपने कर्मचारियों से उनकी छुट्टियों को काम में तब्दील करते हुए अपना योगदान देने की अपील की है।

नए नियमों के तहत कर्मचारी अपने विशेषाधिकार अवकाश (पीएल) को 35 दिनों तक जमा रख सकते हैं।

पेटीएम ने कहा कि इस कदम से न केवल बैलेंस-शीट पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, बल्कि कंपनी को यह सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी कि वह अपने विकास अभियान के साथ आगे बढ़ रही है।
पेटीएम के मुख्य एचआर रोहित ठाकुर ने एक बयान में कहा, “यह सुनिश्चित करना कि हमारे कर्मचारी मौजूदा वैश्विक संकट से सुरक्षित हैं, हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है।

ठाकुर ने कहा, “हम मानते हैं कि यह अल्पकालिक प्रभाव हमारी कंपनी और सभी कर्मचारियों के दीर्घकालिक हितों को प्रभावी ढंग से समायोजित करने के लिए सही कदम है।

पेटीएम ने कहा कि यह निर्णय उचित विचार-विमर्श के बाद लिया गया है और इस बात पर सहमति हुई है कि कोरोना संकट के बाद की दुनिया में काम पर सभी लोगों का होना महत्वपूर्ण होगा, ताकि कंपनी उन नागरिकों का समर्थन कर सके, जो डिजिटल अर्थव्यवस्था और भुगतान पर और भी अधिक भरोसा करेंगे।

पेटीएम ने स्पष्ट किया कि यह एक अस्थायी उपाय है और कर्मचारियों को फिर से पीएल और सीएल इकट्ठा करने का अधिकार होगा।

कंपनी का मानना है कि इस कदम से कंपनी को कर्मचारियों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना अपनी लागत को संतुलित रखने में मदद मिलेगी।

कंपनी ने कहा कि कोविड-19 के बाद आर्थिक मंदी के कारण उद्योगों में व्यापक स्तर पर छंटनी हुई है। इन लागत-बचत उपायों को यह सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है कि पेटीएम का कार्यबल मौजूदा संकट से प्रभावित नहीं होगा।

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