पुजारा ने बताया, 2017 के सीरीज में आस्ट्रेलियाई ने कहां गलती की थी

उन्होंने कहा, “बेंगलुरू टेस्ट मैच की पहली पारी में, हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। इसलिए जब मैं बल्लेबाजी करने जा रहा था तो मुझे काफी दबाव महसूस हो रहा था।

अनिल भाई (कुंबले) ने मुझसे नाथन लॉयन को खेलने के बारे में बात की। मैं एनसीए गया था और कुछ चीजों पर काम किया था जिससे मुझे मदद मिली।

इसके बाद पुजारा और रहाणे ने दूसरी पारी में बेहतरीन शतकीय साझेदारी की जिससे भारत को मदद मिली। पुजारा ने 92 रन बनाए तो वहीं रहाणे ने 52 रनों का योगदान दिया और भारत को 187 रनों का लक्ष्य रखने में मदद की।

पुजारा ने बताया, “लेकिन जब मैं बल्लेबाजी करने गया तो मुझे दबाव महसूस हुआ। जिस तरह की स्लेजिंग वो लोग कर रहे थे..मुझे लगा कि वो लोग जो चाहते हैं उसे हासिल करने में हमसे आगे हैं।

उनकी प्रक्रिया ऐसी थी कि वो सोच रहे थे कि वो जीत गए हैं।

उन्होंने कहा, “चायकाल तक मैं रहाणे के साथ बल्लेबाजी कर रहा था। हम ड्रेसिंग रूम में आ रहे थे और वो ऐसे स्लेजिंग कर रहे थे जैसे जीत गए हों, मुझे लगता है कि यहीं चीजें बदल गईं।

अश्विन ने इसके बाद बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए दूसरी पारी में 41 रन देकर छह विकेट लिए। आस्ट्रेलिया दूसरी पारी में सिर्फ 112 रनों पर ही ढेर हो गई थी और भारत 75 रनों से मैच जीत गया था।

इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *