पाकिस्तान के नवनियुक्त कोच जेसन गिलेस्पी ने अपनी टीम को कड़ा संदेश दिया है. ऑस्ट्रेलिया के गिलेस्पी ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनके प्रतिभाशाली खिलाड़ी वास्तविक बने रहें और किसी खास शैली के अनुरूप अपने खेल में बदलाव नहीं करें. गिलेस्पी का कहना है कि टेस्ट क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए उन्हें केवल सकारात्मक और आक्रामक रहने की जरूरत है. साल 2014 और 2015 में यॉर्कशर को काउंटी चैंपियनशिप खिताब दिलाने वाले जेसन गिलेस्पी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के साथ दो साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं.
पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी को टेस्ट टीम का कोच नियुक्त किया है. वनडे और टी20 टीम के लिए यह जिम्मेदारी दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज गैरी कर्स्टन को सौंपी गई है. भारत ने 2011 में कर्स्टन के मार्गदर्शन में ही वनडे विश्व कप जीता था. पीसीबी के पॉडकास्ट में गिलेस्पी के हवाले से कहा गया, ‘मैं बस इतना चाहता हूं कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम उस शैली की क्रिकेट खेले जो उनके अनुकूल हो. मेरे लिए यही बात सबसे महत्वपूर्ण है. मेरा मानना है कि कुछ ऐसा बनने की कोशिश मत करो जो तुम नहीं हो!’
49 वर्षीय जेसन गिलेस्पी ने कहा, ‘आप इसे कैसे करते हैं इसे लेकर आपको वास्तविक होने की जरूरत है. मैं वहां जाकर कहूंगा: बस सकारात्मक, आक्रामक, मनोरंजक बनें. चेहरे पर मुस्कान के साथ खेलें और प्रशंसकों का मनोरंजन करें.’ गिलेस्पी ने कहा, ‘ऐसा समय आएगा जब आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और यही टेस्ट क्रिकेट है. यह आपके कौशल, मानसिक क्षमता और धैर्य की परीक्षा है. इसमें ऐसा समय होता है जब आपको आक्रमण करना होता है और कभी कभी विरोधी के दबाव को भी झेलना पड़ता है.
ऑस्ट्रेलिया के लिए 97 वनडे मैच में 142 विकेट लेने वाले गिलेस्पी ने कहा कि पाकिस्तान के पास कुशल खिलाड़ी हैं लेकिन निरंतरता एक ऐसी चीज है जिस पर उन्हें काम करने की जरूरत है. गिलेस्पी ने कहा, ‘अगर हम जितना संभव हो अपने प्रदर्शन में उतनी निरंतरता ला सकें तो उम्मीद है कि स्कोरबोर्ड पर रन होंगे और हम कुछ जीत हासिल कर सकते हैं. पाकिस्तान को खेलते हुए देखकर मुझे पता है कि वे बहुत प्रतिभाशाली और कुशल खिलाड़ी हैं. खिलाड़ियों को यह तय करने की जरूरत है कि वे खुद को कैसे देखना चाहते हैं और हम ऐसा कैसे कर सकते हैं.’