दिल्ली विश्वविद्यालय शुरू हुई मई-जून की सेमेस्टर परीक्षाएं

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत के मुताबिक परीक्षाओं के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय एवं दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों में व्यापक इंतजाम किए हैं। रावत ने बताया कि कोरोना कम होने के कारण अब विश्वविद्यालय अपनी सेमेस्टर परीक्षाएं पूरी तरह ऑफलाइन माध्यम से आयोजित कर रहा है।

गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले कई कॉलेजों के छात्र अभी भी ऑनलाइन परीक्षाएं कराए जाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि विश्वविद्यालय ने इस मर्तबा ऑफलाइन परीक्षाओं के माध्यम से ही छात्रों का मूल्यांकन करने का निर्णय लिया है। इन सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 3 मई थी। छात्रों को 3 मई तक अपना रजिस्ट्रेशन करवाना था ताकि वे इन परीक्षाओं में शामिल हो सके। विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक बड़ी संख्या में छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन पूरा कर लिया है।

यह परीक्षाएं दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंधित ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन और प्रोफेशनल कोर्सेज के सेमेस्टर-आधारित प्रोग्राम के लिए हैं।
जिन छात्रा ने सेमेस्टर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है उन्हें परीक्षा संबंधित विभाग अथवा कॉलेज द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा रेवती गोयल का कहना है कि ऑफलाइन परीक्षाएं ही परीक्षा का कहीं माध्यम है। ऑनलाइन परीक्षाओं में सैकड़ों छात्रों की प्रश्न पत्र के अपलोड या फिर आंसर शीट को डाउनलोड करने संबंधित समस्या रहती थी।

एक अन्य छात्र दीपक बेनीवाल के मुताबिक अब जब कॉलेज एवं विश्वविद्यालय ऑफलाइन कक्षाओं के लिए खुल चुका है तो ऐसी स्थिति में परीक्षाएं भी ऑफलाइन होना एक लाजमी बात है।

वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय अब अपने ऐसे पूर्व छात्रों को एक और अवसर देगा जिन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडरग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट या फिर प्रोफेशनल कोर्सेज में दाखिला लिया था लेकिन तय समय के भीतर अपना कोर्स पूरा नहीं कर सके। दिल्ली विश्वविद्यालय अपने इन छात्रों एवं पूर्व छात्रों को परीक्षा में शामिल होने का एक और अवसर प्रदान करने जा रहा है। हालांकि यह अवसर केवल अंतिम ईयर के छात्रों को मिल सकेगा।

गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय को 100 बरस पूरे हो चुके हैं। इसी अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने इन पुराने छात्रों को एक और मौका देने का निर्णय लिया है अपनी डिग्री पूरी करने के लिए यह छात्र शताब्दी अवसर के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन प्रोफेसर डीएस रावत के मुताबिक नियमित, एनसीडब्ल्यूईबी, एसओएल और बाहरी प्रकोष्ठ के छात्र भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।

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