यह परीक्षाएं दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंधित ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन और प्रोफेशनल कोर्सेज के सेमेस्टर-आधारित प्रोग्राम के लिए हैं। यह मई-जून की नॉन-सीबीसीएस और सेमेस्टर-आधारित प्रोग्राम की परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया थी जो 3 मई को समाप्त हो गई।
जिन छात्रा ने सेमेस्टर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है उन्हें परीक्षा फॉर्म भरने के बाद, फॉर्म का प्रिंटआउट अपने पास रखना होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि कॉलेज, विभाग और फैकेल्टी को संबंधित छात्रों द्वारा भरे गए फॉर्म का सत्यापन करना होगा। इन संबंधित विभागों द्वारा छात्रों की पुष्टि किए जाने के बाद ही उन्हें एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा।
वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय अब अपने ऐसे पूर्व छात्रों को एक और अवसर देगा, जिन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडरग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट या फिर प्रोफेशनल कोर्सेज में दाखिला लिया था लेकिन तय समय के भीतर अपना कोर्स पूरा नहीं कर सके। दिल्ली विश्वविद्यालय अपने इन छात्रों एवं पूर्व छात्रों को परीक्षा में शामिल होने का एक और अवसर प्रदान करने जा रहा है। हालांकि यह अवसर केवल अंतिम ईयर के छात्रों को मिल सकेगा।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय को 100 बरस पूरे हो चुके हैं। इसी अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने इन पुराने छात्रों को एक और मौका देने का निर्णय लिया है अपनी डिग्री पूरी करने के लिए यह छात्र शताब्दी अवसर के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन प्रोफेसर डीएस रावत के मुताबिक नियमित, एनसीडब्ल्यूईबी, एसओएल और बाहरी प्रकोष्ठ के छात्र भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं। यह योजना 1 मई से शुरू की गई है और शताब्दी अवसर परीक्षा के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 14.06.2022 (मंगलवार) शाम साढे पांच बजे तक है। परीक्षा विभाग ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों, संकायों व संबंधित विभागों से अनुरोध किया है कि छात्रों द्वारा भरे गए पंजीकरण प्रपत्रों की पुष्टि एवं सत्यापन दिनांक 20.06.2022 (सोमवार) तक पूर्ण कर लें।
प्रोफेसर डीएस रावत ने बताया कि छात्र ऑनलाइन जाकर पोर्टल पर अपना पंजीकरण कर सकते हैं। छात्रों द्वारा पंजीकरण कराए जाने के उपरांत संबंधित कॉलेजों, संकायों, विभागों व केंद्रों को छात्रों द्वारा भरे गए इन फॉर्म पुष्टि करनी होगी। विश्वविद्यालय ने इसके लिए भी एक विशेष लिंक जारी किया है।