सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) प्रदर्शन के खिलाफ टिप्पणी ने एक नया मोड़ ले लिया है और इस पर प्रतिक्रिया शुरू हो गई है।
जनरल रावत ने आज विरोध प्रदर्शनों को लेकर अपने ट्वीट में कहा, “नेता वो नहीं है जो लोगों का गलत दिशा में नेतृत्व करते हैं, जैसा कि हम बड़ी संख्या में विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के छात्रों को देख रहे हैं.. वे जिस तरह से भीड़ का नेतृत्व हमारे शहरों व कस्बों में आगजनी व हिंसा के लिए कर रहे हैं, यह नेतृत्व नहीं है।”
सेना प्रमुख की टिप्पणी पर जवाब देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, “जनरल साहब मैं आप से सहमत हूं, लेकिन नेता वो भी नहीं होते जो अपने फॉलोवरों को सांप्रदायिक हिंसा के नरसंहार में शामिल होने की अनुमति देते हैं। जनरल साहब क्या आप मेरे से सहमत हैं?”‘