तुर्की में भूकंप का कहर, अब तक क़रीब १२ हज़ार लोगों की मौत, भारत समेत दुनिया भर से मदद

तुर्की, ८ फरवरी: तुर्किये में भीषण भूकंप ने तबाही मचा रखी है। वहीं, विनाशकारी भूकंप से प्रभावित तुर्किये के दूर-दराज वाले इलाकों में फंसे भारतीयों को लेकर विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि भूकंप से प्रभावित तुर्किये के इलाकों में10 भारताीय फंसे हुए हैं, हालांकि वे सुरक्षित हैं। इसके साथ ही एक नागरिक अभी भी लापता है।

मालूम हो कि इस प्राकृतिक त्रासदी में अब तक १२ हज़ार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। भूकंप का केंद्र गजियांटेप के पास था, जिसकी तीव्रता 7.8 थी। हालाँकि भूकंप के बाद भी कई झटके आए।

लेकिन, सबसे अच्छी ख़बर ये है कि बिना समय गँवाए पूरी दुनिया की राहत-बचाव टीमें इस ख़बर को सुनते ही मदद देने के लिए तुर्की के लिए रवाना हो गई। इस त्रासदी से तुर्की को उबारने के लिए पूरी दुनिया आगे आकर जोर-शोर से मदद कर रही है। भूकंप से प्रभावित सीरिया और तुर्की को भारत भी लगातार मदद पहुंचा रहा है। सेना के एक अधिकारी ने बताया, अब तक भारत ने सीरिया को छह टन से अधिक राहत सामग्री सौंपी जिसमें आवश्यक दवाएं, चिकित्सा उपकरण आदि शामिल हैं. राहत सामग्री की खेप मंगलवार रात को सैन्य परिवहन हवाई जहाज सी-130जे के जरिये भेजी गयी थी और बुधवार सुबह भारत के प्रभारी अधिकारी या चार्ज द अफेयर्स ने इसे सीरियाई अधिकारियों को सौंप दिया।

विदेश मंत्रालय के सचिव संजय वर्मा ने प्रेस कांफ्रेस करके तुर्किये के हालात और वहां फंसे भारतीयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तुर्किये में 1939 के बाद में आई यह सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा है। हमें सहायता के लिए तुर्की की ओर से एक ईमेल प्राप्त हुआ और बैठक के 12 घंटे के भीतर, दिल्ली से तुर्की के लिए उड़ानें रवाना हुईं। उन्होंने बताया, इसके बाद दो एनडीआरएफ और दो मेडिकल टीमों को भी भेजा गया। हमने तुर्किये के अदाना में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।

विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि भारत ऑपरेशन दोस्त के तहत चार सैन्य परिवहन विमानों में तुर्किये को राहत सामग्री भेज चुका है।

वहीं एनडीआरएफ डीजी अतुल करवाल ने बताया, हमारी दो टीमें वहां पहुंची हैं। कुल 7 वाहन, 101 बचावकर्ता-जिसमें 5 महिला बचावकर्मी और 4 खोजी कुत्ते शामिल हैं। ये टीमें पहले से ही ऑपरेशन में हैं। उन्होंने बताया, पहली टीम अदाना एयरपोर्ट पर उतरी और दूसरी को उर्फा डायवर्ट कर दिया गया क्योंकि अदाना में भीड़ थी। दोनों टीमें सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में हैं।

ग़ौरतलब है कि सोमवार को सुबह से आए भूकंपों के कारण अब तक तुर्किये और सीरिया में क़रीब १२ हज़ार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, वहीं हजारों लोग घायल हैं। भारत के साथ ही यूएस और यूके सहित कई देश भूकंप से बचे लोगों की खोज में मदद करने के लिए तुर्किये को राहत सामग्री और खोज और बचाव विशेषज्ञ भेज रहे हैं।

-डॉ. म. शाहिद सिद्दीकी, Follow via Twitter @shahidsiddiqui

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