‘तुम मुझे वोट दो, मैं तुम्हें…,’ ऐसा कहकर डीके शिवकुमार फंसे, चुनाव आयोग का सख्त एक्शन

लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया है. यह मामला कांग्रेस नेता के एक वीडियो से जुड़ा है. जिसमें उन्होंने कथित तौर पर बेंगलुरु के मतदाताओं से कहा था कि अगर वे उनके भाई डीके सुरेश को वोट देंगे तो वह उन्हें कावेरी नदी से पानी की सप्लाई देंगे. डीके सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण से चुनाव लड़ रहे हैं. राज्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि उनका भाषण आदर्श संहिता का उल्लंघन करता है और ‘चुनावों में रिश्वतखोरी और अनुचित असर’ के लिए पुलिस मामला दर्ज किया गया है.

सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो क्लिप में डीके शिवकुमार को कथित तौर पर अपने भाई के निर्वाचन क्षेत्र में एक हाउसिंग सोसाइटी के निवासियों से यह कहते हुए सुना गया था कि वह एक “बिजनेस डील” के लिए आए थे. अगर वे उनके भाई को वोट देते हैं तो वह उन्हें कावेरी नदी के पानी की सप्लाई सुनिश्चित करेंगे. शिवकुमार एक रैली में कहते हैं कि ‘मैं यहां एक व्यावसायिक बैठक के लिए आया हूं. आप कावेरी जल और सीए साइट चाहते हैं. अन्य सभी मुद्दे छोटे हैं. अगर मैं इन्हें पूरा कर लूंगा, तो आप मेरा क्या करोगे? मैंने इस मुद्दे पर कमिश्नर से बात की. मैंने पूछा कि क्या कर सकते हैं और किया जाना चाहिए. मैं साझेदारी करने और देखभाल करने में भरोसा करता हूं.’

‘मैं यहां सबकुछ हूं’
डीके शिवकुमार ने कहा कि ‘आपको अपना भरोसा मेरे साथ साझा करना होगा ताकि मैं आपकी देखभाल कर सकूं. आपने बूथ के आधार पर वोट दिया है, उम्मीदवार के आधार पर नहीं. मैं डीसीएम, बीडीए, बेंगलुरु और जल मंत्री हूं- मैं यहां सबकुछ हूं. सब कुछ आपकी जेब में है. मैं आपके घर आया हूं, मेरा उपयोग करें, मुझे वोट दें, दो-तीन महीने के अंदर मैं ये काम करा दूंगा.’ गौरतलब है कि बेंगलुरु के निवासी पिछले दो महीनों से गंभीर जल संकट से जूझ रहे हैं. बेंगलुरु को मुख्य रूप से पानी की आपूर्ति दो स्रोतों से मिलती है- कावेरी नदी और भूजल.

बेंगलुरु में पानी की किल्लत
अधिकांश गैर-पीने योग्य उपयोगों के लिए सीवेज उपचार संयंत्रों से साफ किए गए पानी का उपयोग किया जाता है. पिछले कुछ समय से बारिश नहीं होने के कारण प्राथमिक स्रोत अपनी सीमा के अंत तक पहुंच गए हैं. बेंगलुरु को रोजाना 2,600-2,800 मिलियन लीटर पानी की जरूरत होती है. मौजूदा समय में आपूर्ति जरूरत से आधी है. इसके नतीजे में शहर के निवासियों को रोजाना पानी के लिए संघर्ष करना होता है. कर्नाटक में लोकसभा चुनाव दो चरणों में 26 अप्रैल और 7 मई को हो रहे हैं और सभी सीटों के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.

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