राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव पृथ्वी राज ने बताया कि राजस्थान सरकार आम आदमी के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य के लिए कुल बजट का 7 प्रतिशत से अधिक आवंटित किया है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में पर्याप्त क्षमता के साथ हेल्थ अकाउंट बनाने के प्रयास किए जाएंगे और इससे सभी स्वास्थ्य अधिकारी उत्साहित हैं।
राजस्थान सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नवप्रवर्तक के रूप में राजस्थान की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए निदेशक (सार्वजनिक स्वास्थ्य) वी.के. माथुर, ने कहा कि राज्य सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का विस्तार करने के लिए नई योजनाओं और मॉडलों को अपनाने में सबसे आगे है।
माथुर ने कहा कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री मुफ्त निरोगी राजस्थान योजना (सभी सरकारी संस्थानों में सभी प्रकार की आईपीडी और ओपीडी सेवाएं नि:शुल्क) के साथ-साथ स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने जैसी योजनाओं में राजस्थान आगे चल रहा है।
राज्य को स्वास्थ्य के क्षेत्र में सफलता जारी रखने के लिए एक ऐसी प्रणाली का होना आवश्यक है जो संसाधन आवंटन और व्यय की निगरानी में मदद कर सके। इसके लिए राज्य के भीतर हेल्थ अकाउंट को संस्थागत बनाना आवश्यक है।
हेल्थ अकाउंट्स के माध्यम से निधि प्रवाह का विस्तृत अध्ययन करके स्वास्थ्य प्रणाली को जमीनी स्तर तक और मजबूत किया जा सकता है।