महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राजनीतिक संतुलन बनाते हुए गुरुवार को मंत्रालयों का आवंटन कर दिया। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगियों के बीच रस्साकशी की खबरों के बीच पोर्टफोलियो आवंटन पर सस्पेंस खत्म करते हुए गृह मंत्रालय शिवसेना, वित्त मंत्रालय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और राजस्व मंत्रालय कांग्रेस को दिया गया है।
ठाकरे ने 28 नवंबर को शपथ लेने वाले छह कैबिनेट मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के ठीक 15 दिन बाद मंत्रालयों का आवंटन किया है।
अगले हफ्ते से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले यह निर्णय लिया गया है। इससे पहले इस बारे में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गठबंधन की कड़ी आलोचना की थी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि विधानसभा सत्र के बाद फिर से बड़ा मंत्रिमंडल विस्तार किया जा सकता है, जिसमें कुछ बड़े नामों को मंत्रियों के रूप में शामिल करने के साथ विभागों का फेरबदल हो सकता है। संभावना है कि इसमें अजित पवार को भी स्थान दिया जा सकता है।
शिवसेना के एकनाथ शिंदे शहरी विकास, पर्यटन, वन और पर्यावरण, जल आपूर्ति व स्वच्छता और संसदीय मामलों जैसे महत्वपूर्ण विभागों के साथ नए गृह मंत्री बने हैं।
शिवसेना के सुभाष देसाई उद्योग व खनन, कृषि, उच्च व तकनीकी शिक्षा, खेल व युवा कल्याण, परिवहन और रोजगार गारंटी मंत्रालय की कमान संभालेंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के छगन भुजबल को ग्रामीण विकास, जल संसाधन, सामाजिक न्याय, खाद्य और औषधि प्रशासन और अन्य जिम्मेदारियां दी गई हैं।
राकांपा के जयंत पाटिल नए वित्त मंत्री, आवास, सार्वजनिक स्वास्थ्य, श्रम और अल्पसंख्यक विकास की जिम्मेदारियां संभालेंगे।
कांग्रेस के विजय उर्फ बालासाहेब थोराट राजस्व, ऊर्जा और गैर-पारंपरिक ऊर्जा, चिकित्सा शिक्षा, स्कूल शिक्षा, पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन को देखेंगे।
कांग्रेस के नितिन राउत सार्वजनिक उपक्रम, आदिवासी कल्याण, महिला व बाल विकास, कपड़ा, राहत व पुनर्वास और पिछड़े वर्गों के विभाग को संभालेंगे।