जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भारत यात्रा पर हैं. इसी बीच अमेरिकी संसद में दो कानून पेश किए गए हैं. अमेरिकी संसद के हाउस ऑफ रीप्रेजेंटेटिव (House Of Representatives) के दो प्रमुख सदस्य कांग्रेसमैन ग्रेगोरी मीक्स (Gregory Meeks) और कांग्रेसमैन एंडी बार (Andy Barr) ने भारत के पक्ष में एक कानून बनाने का ड्राफ्ट पेश किया है. दरअसल, ग्रेगोरी मीक्स (Gregory Meeks) हाउस ऑफ रीप्रेजेंटेटिव की फॉरेन अफेयर्स कमेटी के रैंकिंग मेंबर हैं और एंडी बार ( Andy Barr) इंडिया कॉकस के उपाध्यक्ष हैं.
यह कानून बनाने का मकसद भारत पर हाई-टेक चीजों के निर्यात पर लगी रोक हटाना है ताकि संवेदनशील टेक्नोलॉजी का निर्यात बे-रोकटोक हो सके. इसके साथ भारत के साथ द्विपक्षीय टेक्नोलॉजी सहयोग को बढ़ावा देना है.
ग्रेगोरी मीक्स और एंडी बार ने भारत के पक्ष वाले कानून को प्रस्ताव हाउस ऑफ़ रीप्रेजेंटेटिव में शुक्रवार को पेश किया. बताया जा रहा है कि ये कानून प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यकाल के बाद से भारत-और अमेरिका के गहराते संबंधों का नतीजा है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ‘टेक्नोलॉजी एक्सपोर्ट्स टू इंडिया एक्ट’ (Technology Exports To India) भारत को हाई पॉवर वाले कम्प्यूटर्स और उसके उपकरणों की अमेरिका में बिक्री का रास्ता खोल सकता है. इस कानून से भारत और अमेरिका के बीच तकनीकी सहयोग मजबूत होगा.
एक संयुक्त बयान में दोनों कांग्रेसमैन ग्रेगोरी मीक्स और एंडी बार ने बताया, ‘हम हाउस ऑफ रीप्रेजेंटेटिव में ‘टेक्नोलॉजी एक्सपोर्ट्स टू इंडिया एक्ट’ को पेश करके खुश हैं. इस विधेयक से अमेरिकी डिजिटल उत्पादों पर भारत में लगे बैन को हटा दिया जाएगा, और ये प्रोडक्ट्स (Computers and its Products) भारत में बिना डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स के लाइसेंस के भी बेचे जा सकेंगे.’