जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में पीएचडी, एम फिल और अन्य स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं 20 सितंबर से शुरू हो गई हैं। इस प्रक्रिया के बाद विश्वविद्यालय के नए बैच व कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। कोरोना संक्रमण के कारण प्रवेश परीक्षा व दाखिला प्रक्रिया में देरी हुई है।
जेएनयू के लिए यह यह परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 20, 21, 22 और 23 सितंबर को आयोजित की जा रही हैं। पहले सत्र में परीक्षा सुबह साढ़े नौ से दोपहर साढ़े 12 बजे तक होगी। दूसरे सत्र में दोपहर ढ़ाई बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक परीक्षा होनी हैं। यह परीक्षाएं देशभर के विभिन्न राज्यों में स्थित 115 से अधिक परीक्षा केंद्रों में आयोजित की जा रहीं हैं।
कोरोना रोकथाम उपायों को देखते हुए छात्रों को परीक्षा के तय समय से पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है। इन परीक्षाओं में कोई नेगिटिव माकिर्ंग नहीं होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि छात्रों को एडमिट कार्ड और एक सरकारी आईडी साथ रखना होगा। परीक्षा हॉल में किसी मोबाइल, कैलकुलेटर, इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, ब्लूटूथ डिवाइस, ईयरफोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने की अनुमति नहीं है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बताया कि परीक्षा के दौरान छात्रों को मास्क पहनना होगा और सामाजिक दूरी बनाए रखनी होगी। एजेंसी द्वारा आयोजित करवाई जा रही जेएनयू की इन परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने की अंतिम तारीख 31 अगस्त थी।
जेएनयू में दाखिले के लिए यह प्रवेश परीक्षा कम्प्यूटर आधारित है। यह प्रवेश परीक्षा चार चरणों में आयोजित की जा रही। परीक्षा की अवधि 180 मिनट है और इसमें बहुविकल्पीय प्रश्न हैं। परीक्षा अंग्रेजी भाषा में ऑनलाइन मोड के माध्यम से एमसीक्यू पैटर्न में आयोजित की जाएगी।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालयों की एनआईआरएफ राष्ट्रीय रैंकिंग में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी ने शानदार प्रदर्शन किया है। विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु देशभर में अव्वल है। जेएनयू को देशभर में दूसरा सबसे बेहतर विश्वविद्यालय चुना गया है। जेएनयू लगातार इस रैंकिंग में अपना स्थान बरकरार खेल हुए है।