चीन का इरादा क्‍या है…इस कदम से भारत की बढ़ सकती है टेंशन, राष्‍ट्रपति चिनफिंग बोले- यह प्रमुख स्‍तंभ

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पिपुल्‍स लिब्रेशन आर्मी (PLA) की एक नई शाखा सूचना सहायता बल (Information Support Force) की शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि यह एक रणनीतिक शाखा और दुनिया की सबसे बड़ी सेना का एक प्रमुख स्तंभ होगा. चिनफिंग सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) के अध्यक्ष होने के अलावा चीनी सेना के समग्र उच्च कमान, केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के भी प्रमुख हैं.

चीन के राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि सूचना सहायता बल (आईएसएफ) की स्थापना की जा रही है जो एक मजबूत सेना के निर्माण की समग्र आवश्यकता के आलोक में सीपीसी और सीएमसी द्वारा लिया गया एक बड़ा निर्णय है. सूचना सहायता बल (आईएसएफ) को पीएलए के रणनीतिक समर्थन बल (एसएसएफ) का संशोधित संस्करण माना जा रहा है, जिसे 2015 में अंतरिक्ष, साइबर, राजनीतिक और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध से निपटने के लिए स्थापित किया गया था.

हथियारों की नई प्रणाली
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने बताया कि सूचना सहायता बल नेटवर्क सूचना प्रणालियों के समन्वित विकास और अनुप्रयोग के लिए महत्वपूर्ण समर्थन के रूप में काम करेगा. एक दशक पहले सत्ता में आने के बाद से राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी सेना को और अधिक मजबूती से अपने नियंत्रण में लाने की कोशिश की है. वू ने कहा कि नया साइबर बल सेवाओं और हथियारों की एक नई प्रणाली स्थापित करने और (चीन की) आधुनिक सैन्य बल संरचना में सुधार करने के लिए एक रणनीतिक कदम का प्रतिनिधित्व करता है.

राष्‍ट्रपति ने दी बधाई
सरकारी टीवी के फ़ुटेज में खाकी सैन्य पोशाक पहने चीनी नेता को मार्चिंग गानों से सजे एक कार्यक्रम में पूरे राजसी माहौल में अधिकारियों के एक मुस्कुराते हुए समूह को संबोधित करते हुए दिखाया गया है. सीसीटीवी के अनुसार, शी चिनफिंग ने कहा कि बल की स्थापना सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा चीनी विशेषताओं के साथ आधुनिक सैन्य बल प्रणाली में सुधार के लिए एक बड़ा निर्णय था. उन्होंने कहा, ‘हमें पार्टी के आदेश का दृढ़ता से पालन करना चाहिए (और) सेना पर पार्टी के पूर्ण नेतृत्व के मौलिक सिद्धांतों और प्रणालियों को पूरी तरह से लागू करना चाहिए.’

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