भारत के कप्तान विराट कोहली का मानना है कि जसप्रीत बुमराह इस समय विश्व क्रिकेट में सबसे संपूर्ण गेंदबाज हैं और अपने अनुशासन से इस तेज गेंदबाज ने अपने पर लगा टी20 विशेषज्ञ का ठप्पा हटा दिया है.
बुमराह को कैरियर की शुरुआत में टी20 विशेषज्ञ गेंदबाज कहा जाता था. कोहली ने कहा कि अपने अनुशासन से उसने इसे गलत साबित कर दिया है.
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की 257 रन से जीत के बाद उन्होंने कहा:
‘‘वह अपने एंगल, स्विंग और रफ्तार से सभी को चकमा देता है. मुझे लगता है कि वह विश्व क्रिकेट में सबसे मुकम्मल गेंदबाज है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह देखना बहुत अच्छा लगता है कि एक गेंदबाज जिस पर टी20 विशेषज्ञ होने का ठप्पा लगा हो, वह आकर वनडे और टेस्ट क्रिकेट में इस तरह गेंदबाजी कर रहा है. उसने इस धारणा को गलत साबित कर दिया है कि हर प्रारूप के लिये एक तय परिपाटी है.’’
टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक बनाने वाले बुमराह तीसरे भारतीय क्रिकेटर हैं. कोहली ने कहा कि बतौर कप्तान टीम में बुमराह का होना उनकी खुशकिस्मती है.
उन्होंने कहा, ‘‘बुमराह दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बनना चाहता है. उसने अपना जीवन वैसे ही ढाल लिया है. वह इतना अनुशासित है और अपनी खुराक का काफी ध्यान रखता है.’’
कोहली ने कहा कि बुमराह की रफ्तार और विविधता का सामना कर रहे बल्लेबाजों से उन्हें सहानुभूति है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इतना ही कह सकता हूं कि यह हमारी खुशकिस्मती है कि वह हमारी टीम में है. ऐसा बहुत कम होता है कि टीम में ऐसे गेंदबाजों की ईकाई हो जो साथ में विकेट लेते हैं, एक दूसरे के साथ साझेदारी में गेंदबाजी करते हैं.’’
उन्होंने रवींद्र जडेजा की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘जडेजा लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाला और विदेश में सबसे सटीक भारतीय गेंदबाज है. यही वजह है कि वह लगातार अंतिम एकादश में है. जब विकेट गेंदबाजों का मददगार नहीं हो, तब भी वह नियंत्रण लाता है. यह उसकी ताकत है और वह बल्ले, गेंद और क्षेत्ररक्षण तीनों में उपयोगी है.’’