कोरोना के बावजूद इस वर्ष जेईई मेंस लिए कुल 25 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन

कोरोना महामारी के मद्देनजर विभिन्न परीक्षाओं के पैटर्न और कार्यक्रमों में कई नीतिगत बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों के जरिए कई प्रतियोगी और उच्च शिक्षा संबंधित परीक्षाओं को दूर दराज के उम्मीदवारों के लिए अधिक सुलभ बनाया जा रहा है।

नई नीतियों के कारण ही मौजूदा कैलेंडर वर्ष में जेईई मेन्स जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा के लिए 25 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हो सके हैं।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक जेईई मेंस चौथे चरण की परीक्षा में शामिल होने के लिए 7.32 लाख छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। चौथे चरण की परीक्षा के लिए सबसे अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।

जुलाई में हुई जेईई मेंस के तीसरे चरण की परीक्षा में 7 लाख 9529 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। वहीं पहले और दूसरे चरण की जेईई मेंस परीक्षाओं में औसतन करीब 6.3 लाख छात्र शामिल हुए थे।

जेईई मेंस चौथे चरण की परीक्षा इसी माह 26 अगस्त से शुरू होनी है। यह जेईई मेंस का यह आखिरी चरण है। इन परीक्षाओं के उपरांत अक्टूबर में जेईई एडवांस की परीक्षा आयोजित की जाएगी।

चौथे चरण की जेईई मेंस परीक्षाएं 26 अगस्त से 2 सितंबर के बीच आयोजित की जाएंगी। देशभर के आईआईटी संस्थानों में प्रवेश के लिए जेईई (एडवांस्ड) 2021 की परीक्षा इस वर्ष 3 अक्टूबर, 2021 को आयोजित की जाएगी।

जेईई एडवांस्ड परीक्षा की घोषणा स्वयं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि जेईई एडवांस्ड की परीक्षा 3 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं के दौरान भी कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह ध्यान रखा जाएगा।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक कोरोना को देखते हुए इस बार 334 शहरों में यह परीक्षाएं करवाई जा रही हैं जबकि पहले यह परीक्षाएं 232 शहरों में आयोजित की जानी थी।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक क्षेत्रीय भाषाओं में भी जेईई की परीक्षाएं करवाई जा रही है। देश का कोई भी बच्चा अपनी मातृभाषा में परीक्षा देकर इंजीनियरिंग कर सकता है। इस बार 13 विभिन्न भाषाओं में जेईई परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं।

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