कॉरपोरेट की कमाई और विदेशी संकेतों से तय होगी शेयर बाजार की चाल

भारतीय शेयर बाजार की चाल इस सप्ताह कॉरपोरेट की कमाई के तिमाही आंकड़ों और विदेशी संकेतों के अलावा कुछ और घरेलू कारकों से तय होगी। खासतौर से मानसून की प्रगति, सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़े, अमेरिका और चीन के बीच तनाव और कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए टीके बनाने की दिशा में हो रही प्रगति पर बाजार की नजर होगी।

हालांकि फ्यूचर्स एवं ऑप्शंस अनुबंधों की समाप्ति को लेकर उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इसके अलावा, अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक समेत विदेशी आर्थिक मोर्चे पर होने वाले फैसले व जारी होने वाले आंकड़ों पर भी निवेशकों की निगाहें बनी रहेगी। जुलाई सीरीज के फ्यूचर्स एवं ऑप्शंस अनुबंधों की एक्सपायरी 30 जुलाई को होने जा रही है जिसके बाद कारोबारी अगले महीने के अनुबंध में अपना पोजीशन बनाएंगे।

देश की कुछ नाम-गिरामी कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के वित्तीय नतीजे इस सप्ताह जारी होने जा रही है, जिनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, मारुति सुजुकी इंडिया, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) व अन्य कंपनियां शामिल हैं। वहीं, सप्ताह के आखिर में देश के इन्फ्रास्ट्रक्च र आउटपुट के आंकड़े भी आने वाले हैं।

सप्ताह की शुरुआत में सोमवार को टेक महिंद्रा, भारती इन्फ्राटेल और कोटक महिंद्रा बैंक द्वारा पहली तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे होंगे। इसके बाद मंगलवार को अल्ट्रोटेक सीमेंट, जबकि बुधवार को मारुति सुजुकी, भारती एयरटेल, डॉ. रेडीज लेबोरेटरीज व कुछ अन्य कंपनियां अपने तिमाही वित्तीय नतीजे जारी करेंगी।

रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी के तिमाही वित्तीय नतीजे गुरुवार को जारी होने वाले हैं जबकि शुक्रवार को एसबीआई और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के वित्तीय नतीजे जारी होंगे। इन आंकड़ों से कोरोना काल के दौरान चालू वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में देश की प्रमुख कंपनियों की कमाई का लेखा-जोखा मिलेगा जिससे बाजार को दिशा मिल सकती है।

कारोबारी सप्ताह के आखिर में शुक्रवार को ही देश के इन्फ्रास्ट्रक्च र आउटपुट के आंकड़े जारी होंगे। इसके अलावाए मानसून की प्रगति की रिपोर्ट और डॉलर के मुकाबले घरेलू मुद्रा रुपये की चाल पर भी बाजार की नजर बनी रहेगी। उधर, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व बुधवार को ब्याज दरों को लेकर अपने फैसले की घोषणा कर सकता है।

वहीं, चीन, जापान और यूरोप में जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों का भी बाजार को इंतजार रहेगा। वहीं, देश-विदेश में गहराते कोरोनावायरस संक्रमण का साया शेयर बाजार पर बना रहेगा और अमेरिका-चीन के रिश्तों में तनाव का भी बाजार पर असर देखने को मिल सकता है। कोरोना वायरस के गहराते प्रकोप के बीच भारतीय शेयर बाजार में बीते छह सप्ताह से तेजी का सिलसिला जारी है।

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