प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से भाजपा उम्मीदवार और संदेशखाली की महिलाओं की आवाज बुलंद करने वाली रेखा पात्रा तथा केरल में भाजपा की एक और महिला उम्मीदवार प्रोफेसर टी.एन. सरासू से बात की. रेखा पात्रा को तो प्रधानमंत्री ने “शक्ति स्वरूपा” तक कहकर संबोधित कर दिया. प्रो. सरासू को अपनी नौकरी के दौरान वामपंथी प्रपंचों का सामना करना पड़ा और इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी.
पीएम के मंगलवार को दो महिला प्रत्याशियों से फोन पर बात करने के पीछे सियासी संदेश भी काफी गहरा है. पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में कथित तौर पर ममता बनर्जी के संरक्षण में पल रहे शाहजहां शेख के शोषण का शिकार हुई रेखा पात्रा से फोन पर बात कर उन्होंने बंगाल की जनता के बीच संदेश दिया है कि भाजपा महिलाओं को सम्मान देने वाली पार्टी है, जबकि बंगाल की सत्ता में काबिज तृणमूल कांग्रेस ने कभी महिलाओं के हक की बात नहीं की.
भाजपा ने कांग्रेस पर संदेशखाली की झकझोर देने वाली घटना पर मौन रहने का आरोप लगाया है. पीएम ने केंद्र में मुख्य विपक्षी दल को भी बड़ा ही अर्थपूर्ण संदेश दिया है. संदेशखाली की पीड़िता को “शक्ति स्वरूपा” कहकर प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के “हम शक्ति से लड़ रहे हैं” के विवादित बयान की तरफ भी जनता का ध्यान खींचा है. इससे मां दुर्गा की उपासक बंगाल की जनता के बीच एक बड़ा संदेश गया है.
पीएम मोदी ने महिला उम्मीदवारों से ऐसे वक्त बात की है जब कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के इंस्टाग्राम पर मंडी से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत पर किए गए अश्लील पोस्ट से देश भर में कांग्रेस की तीखी आलोचना हो रही है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस का महिला विरोधी असली चेहरा उजागर हो गया है. हालांकि, चौतरफा हमले से घबराई श्रीनेत ने आनन-फानन में पोस्ट को डिलीट कर सफाई दी है कि उनका अकाउंट हैक हो गया था.