एयर इंडिया कमर्शियल फ्लाइट में ‘टैक्सीबोट’ प्रयोग में लाने वाली पहली एयरलाइन


एयर इंडिया टैक्सीबोट का इस्तेमाल करके ऐसा करने वाली दुनिया की पहली एयरलाइन बन गई है। मंगलवार को उसने यात्रियों से भरे ए320 विमान के लिए टैक्सीबोट रोबोट का इस्तेमाल किया। टैक्सीबोट रोबोट का इस्तेमाल करने वाला एयरक्राफ्ट ट्रैक्टर है जो विमान को पार्किंग से रनवे तक और रनवे से पार्किंग तक लाता ले जाता है। एयरलाइन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अश्विनी लोहानी ने विमान ए1665 को मुंबई की उड़ान पर रवाना किया। विमान को दिल्ली हवाईअड्डे के टर्मिनल 3 पर लाने के लिए टैक्सीबोट का इस्तेमाल किया गया था।

क्या है टैक्सीबोट

बता दें कि टैक्सीबोट की मदद से विमान को पार्किंग स्थल से रनवे तक इंजनों को बंद रखते हुए भी लाया जा सकता है। लोहानी ने कहा कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आज सुबह एयर इंडिया के विमान में टैक्सीबोट का इस्तेमाल किया गया। दुनियाभर में किसी एयरबस एयरक्राफ्ट का इस तरह से पहली बार इस्तेमाल किया गया। यह उपलब्धि गर्व करने लायक है और स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि टैक्सीबोट से ईंधन की बचत होती है और इंजन को भी चालू नहीं करना पड़ता और यह सुरक्षित रहता है। उन्होंने कहा कि विमान के रनवे पर पहुंचने के बाद ही इग्निशन को चालू किया जाता है। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि इस शुरुआत से विमान को रनवे पर लाने में ईंधन खर्च में अधिकतम 85 फीसद तक की कमी आएगी।

गौरतलब है कि रविवार को वेतन और प्रमोशन की मांग पूरी न होने पर एयर इंडिया के 120 पायलटों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया था। एयरबस A-320 के 120 पायलटों की जब वेतन और प्रमोशन नहीं हुआ तो उन्होंने प्रबंधन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। नौकरी छोड़ने वाले पायलटों ने भरोसा जताया कि उन्हें कहीं और नौकरी मिल जाएगी।

उधर, नकदी संकट से गुजर रही एयर इंडिया ने रविवार को ईंधन बकाये को लेकर कहा कि ईंधन भुगतान के मुद्दों को सुलझाया जा रहा है और जल्द ही सरकारी तेल कंपनियों के साथ मिलकर इसे हल कर लिया जाएगा। सरकारी तेल कंपनियों ने एयर इंडिया को चेतावनी दी है कि अगर वह 18 अक्टूबर तक ईंधन का मासिक एकमुश्त भुगतान नहीं करता है तो देश के छह प्रमुख हवाई अड्डों पर तेल की सप्लाई रोक दी जाएगी। दूसरी ओर एयरलाइन ने अपने ग्राहकों को भी भरोसा दिया उन्हें किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी और परिचालन बिना किसी बाधा के जारी रहेगा। अगस्त के अंत में तीनों तेल कंपनियों ने भुगतान में चूक की वजह से एयर इंडिया को छह एयरपोर्ट पर तेल सप्लाई रोक दी थी। एयरलाइन की ओर से यह कहा गया था कि वह तेल कंपनियों को रोज के ईंधन भुगतान के अलावा हर महीने 100 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा। एयर इंडिया ने गुरुवार को तेल मार्केटिंग कंपनियों से कहा था कि वह आपूर्ति बंद न करे, लेकिन एयरलाइन ने यह नहीं बताया कि बकाया राशि का भुगतान कब होगा।

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