पहले रूस-यूक्रेन जंग, फिर फिलिस्तीन-इजरायल जंग और अब इजरायल-ईरान युद्ध ने एक बार फिर दुनिया को टेंशन में ला दिया है. इजरायल के खिलाफ ईरान ने सीधे तौर पर मोर्चा खोल दिया है और जंग का ऐलान कर दिया है. ईरान ने इजरायल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागीं. ईरान ने कहा कि उसने यह हमला सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल हुए हमले के जवाब में किया. इस बीच अमेरिका ने भी अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि बि अमेरिका ईरान के खिलाफ किसी भी आक्रामक कार्रवाई में भाग नहीं लेगा.
जो बाइडन ने बेंजामिन नेतन्याहू से आगे कहा कि इजरायल का पलटवार अब अनावश्यक है. इजरायल पर ईरान के ऐतिहासिक और अप्रत्याशित मिसाइल और ड्रोन हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन की प्रतिक्रिया आई है. वाशिंगटन ने एक ओर अपने सहयोगी इजरायल के साथ हमेशा खड़े रहने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई है, वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन की सरकार से भी अपील की है कि बेंजामिन नेतन्याहू को आगे कोई ऐसी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए, जो क्षेत्र को व्यापक युद्ध में धकेल सके.
वाशिंगटन स्थित क्विंसी इंस्टीट्यूट फॉर रिस्पॉन्सिबल स्टेटक्राफ्ट के कार्यकारी उपाध्यक्ष ट्रिटा पारसी के अनुसार, जो बाइडन ने इजरायल और इजरायलियों से कहा है कि ईरान के खिलाफ बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के पलटवार को अपनी जीत के रूप में लें और अब यहीं रुक जाएं.’ हालांकि, बीते सात महीने से जारी हमास-इजरायल जंग में बेंजामिन नेतन्याहू ने कई मौकों पर बाइडन की सलाह और चेतावनियों को दरकिनार किया है.