समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यस बैंक की हालत खराब होने पर इसको सरकार की नाकामी बताया और यस बैंक को ‘नो’ बैंक का दर्जा दे दिया।
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से लिखा, “क्रोनोलॉजी को समझिए पहले गरीबों का खाता खुलवाया गया फिर उनका पैसा जमा करवाया गया, नोटबंदी में सबका पैसा बैंक पहुंचाया गया फिर वहां से निकालकर अमीर दोस्तों के साथ बांटकर खाया गया फिर उन्हें फुर्र करवाया गया और जब लोग अपना पैसा निकालने बैंक गए तो यश की जगह नो का ठेंगा दिखाया गया।”
ज्ञात हो कि रिजर्व बैंक ने गुरुवार को संकट में फंसे यस बैंक पर मौद्रिक सीमा लगा दी। इसके तहत खाताधारक अब यस बैंक से 50 हजार रुपये से ज्यादा रकम नहीं निकाल सकेंगे। जिसके बाद बैंक के खाताधारकों में खलबली मच गई। निकासी की यह सीमा 3 अप्रैल, 2020 तक लागू रहेगी। इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने यस बैंक के निदेशक मंडल के अधिकारों पर रोक लगाते हुए एक महीने के लिए एसबीआई के पूर्व डीएमडी और सीएफओ प्रशांत कुमार की प्रशासक के रूप में नियुक्ति भी कर दी है।