“स्पेन में पर्यटकों के लिए अपार संभावनाएँ और सबसे सुरक्षित”

दुनिया भर में कोरोना महामारी की तीसरी लहर जारी है। ख़ासकर के पश्चिम के कई देश वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं।वहाँ से हर रोज़ लाखों लोगों के संक्रमित होने की ख़बर आ रही है।स्पेन इससे अछूता नहीं है। स्पेन समेत पूरे यूरोप में कोविड-19 का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।पिछले हफ़्ते स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि स्पेन ने सोमवार तक कोविड -19 के 49,802 नए मामले दर्ज किए हैं, जबकि पिछले तीन दिनों में देश में कोरोना वायरस के कारण 103 मौतें हुईं हैं।

हालाँकि, स्पेन में कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है, देश में पिछले हफ्ते, कोरोना वायरस के मामलों में आई वृद्धि को देखते हुए, सरकार ने पांच से 11 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए COVID-19 टीकाकरण को भी मंजूरी दे दी है। सोमवार को इन आयु वर्ग वाले बच्चों के लिए देश में वैक्सीन का पहला बैच आया, जिसमें विशेष रूप से फाइजर/ बायोएनटेक वैक्सीन की 1.36 मिलियन खुराक है।

आपको बता दें कि स्पेन में गत बुधवार से टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो चुका है, जिनमें खुराकों को 17 स्वायत्त समुदायों (autonomous communities) के बीच बंटा गया।स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी पुष्टि की है कि, वायरस का डेल्टा संस्करण वर्तमान में स्पेन में कुल मामलों में 97 फीसद बना हुआ है| वहीं देश में ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले भी तेजी से बढ़ रहें हैं, जो देश को एक बड़े खतरे में डाल सकते हैं। लेकिन, इसके बावजूद स्पेन में पर्यटक काफ़ी तादाद में पहुँच रहे हैं और सरकार भी फिलहाल कोई कठोर कदम उठाने के मूड में नहीं दिखती।आख़िर ऐसा क्यों, क्या स्पेन को पर्यटकों या संक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहा या इसकी वजह कुछ और है?

इसी सवाल का जवाब जानने के लिए वरिष्ठ पत्रकार डॉ. शाहिद सिद्दीक़ी ने ए.एस.एम.पी एवं सद्भावना टुडे के ख़ास प्रोग्राम “इंस एंड आउट विद् एंबेसेडर : हियर, देयर, एभरीव्हेयर विद् सिद” भारत में स्पेन के राजदूत होसे मारिया रिदाओ दोमिंगुएज़ से ख़ास बातचीत की।

स्पेन के राजदूत होसे मारिया रिदाओ ने “इंस एंड आउट विद् एंबेसेडर : हियर, देयर, एभरीव्हेयर विद् सिद” टॉक शो में कहा कि पर्यटकों के लिए स्पेन पूरी तरह से सुरक्षित जगह है।हालाँकि इससे पहले दुबई में स्‍पेन की पर्यटन मंत्री रेयेस मोरोटो ने पहले भी कहा था कि भले ही उनके देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी उनका देश पर्यटन के लिहाज से सुरक्षित है।

मालूम हो कि स्पेन को यूरोप महाद्वीप के सबसे खास और आकर्षक देशों में गिना जाता है। स्पेन दक्षिण-पश्चिमी यूरोप में आईबेरियन पेनिन्सुला पर स्थित है। आपको बता दें, स्पेन दुनिया का चौथा ऐसा देश है जहां लोग सबसे ज्यादा घूमने के लिए आते हैं। स्पेन अपने बीच, बर्फीले पहाड़ों, रेगिस्तान और अलग-अलग लोकप्रिय त्यौहारों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। लेकिन, दूसरे पर्यटन स्थलों से अलग इस देश ने महामारी के बावजूद पर्यटन व्यवसाय से उम्मीदें नहीं छोड़ी है।पुख़्ता स्वास्थ्य व्यवस्था, सेवा, सुरक्षा और जागरूकता की बदौलत ही आज स्पेन पर्यटकों में विश्वास जगाने में कामयाब है।

पिछले साल महामारी की दूसरी लहर यानि जिस वक्‍त महामारी अपने चरम पर थी, तब स्पेन की पर्यटन मंत्री रेयेस मोरोटो ने कहा था कि देश में वैक्‍सीनेशन तेजी से किया जा रहा है और अस्‍पताल आने वाले मरीजों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।

कुल मिलाकर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। आपको बता दें कि मोरोटो का ये बयान ऐसे समय में सामने आया था जब एक दिन पहले ही दुबई के पर्यटन विभाग ने वहां आने वाले पर्यटकों की संख्‍या उजागर की थी।जिसमें आँकड़ों के आधार पर कहा गया था कि विदेशी सैलानियों के लिए दुबई दुनिया का सबसे सुरक्षित पर्यटन स्थल है।

जबकि सद्भावना टुडे और एएसएमपी के ख़ास प्रोग्राम “इंस एंड आउट विद् एंबेसेडर : हियर, देयर, एभरीव्हेयर विद् सिद” में इसी सवाल का जवाब देते हुए भारत में स्पेन के राजदूत होसे मारिया रिदाओ दोमिंगुएज़ ने कहा, “सबसे पहले मैं बता दूं कि स्पेन में पर्यटकों के लिए किसी तरह का कठोर नियम के हम ख़िलाफ़ हैं।

इससे ये नहीं माना जाना चाहिए कि हम इस संकट के दौर में सतर्कता को हम नजरंदाज कर रहे हैं। बल्कि ये इसलिए है कि हमारे देश में स्वास्थ और चिकित्सा व्यवस्था काफी चुस्त-दुरूस्त है। साथ ही हमारे देश में वायरस की ट्रैंकिग सिस्टम उच्चतम स्तर की है। इसीलिए हम काफी आश्वस्त हैं कि स्पेन में आनेवाला कोई भी पर्यटक दिक्कत का सामना नहीं करेगा।”ख़ास बातचीत के दौरान राजदूत रिदाओ ने बताया कि स्पेन में अब तक ९० फ़ीसदी से ज़्यादा लोग वैक्‍सीनेशन की दोनों डेज़ ले चुके हैं।

उन्होंने कहा, “स्पेन में आने वाला हर पर्यटक काफी सुरक्षित रहेगा क्योंकि वहां हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम है। स्पेन के किसी भी क्षेत्र में आने वाले पर्यटक के लिए हम सुनिश्चित करते हैं कि उसे पूरी सहायता औऱ सुरक्षा मिले। और खासकर के स्वास्थ लाभ की पूरी व्यवस्था उसे मिले। इसलिए दूसरे देशों से अलग हमारे देश में नियम बिल्कुल सरल हैं, ताकि पर्यटक को किसी तरह की मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़े। ऐसा इसलिए है कि स्पेन में पर्यटन और स्वास्थ को लेकर सरकार बहुत सजग है।”

कार्यक्रम के दौरान जब राजदूत रिदाओ से पूछा गया कि इतनी अच्छी व्यवस्था के बावजूद आख़िर इतनी बड़ी संख्या में क्यों लोग संक्रमित हो रहे हैं? तो उनका जवाब था, “आज डाटा का बहुत बड़ा और अहम रोल है। अगर हमारे देश में डर या आक्रोश का माहौल है तो वो डाटा की वजह से है। क्योंकि स्पेन में डाटा की ट्रैकिंग बेहत उच्च श्रेणी की है।हम बेहद सटीक डाटा की ट्रैकिंग करते हैं , जिससे हमें स्वास्थ स्थिति या वायरस की वास्तविक जानकारी मिलती है।और ये इसलिए नहीं है कि स्थित हमारे काबू से बाहर है। ये भी एक असल में महत्वपूर्ण अंतर है।”

उन्होंने कहा, “कई बार दूरगामी लक्ष्य को भूल कर वर्तमान की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है। इसलिए हमारी नीति में कुछ खास परिवर्तन नहीं हुआ है, लेकिन वर्तमान की स्थिति को भी प्राथमिकता दी गई है। इसीलिए हमारे पास पर्यटकों की सुरक्षा के साथ-साथ देने लिए लंबी लिस्ट है। और खास तौर पर उनकी स्वास्थ सुरक्षा को लेकर हम काफी सजग हैं।”

सद्भावना टुडे और एएसएमपी के ख़ास प्रोग्राम “इंस एंड आउट विद् एंबेसेडर : हियर, देयर, एभरीव्हेयर विद् सिद” में स्पेन की संस्कृति और पर्यटकों की रूचि के सवाल पर भारत में स्पेन के राजदूत होसे मारिया रिदाओ ने कहा, “हम चाहते हैं कि स्पेन के बारे में लोग जाने कि अब ये देश पहले की तरह रुढीवादी नहीं है।इसीलिए हम स्पेन की संस्कृति को भी अहमियत दे रहे हैं। स्पेन की संस्कृति के साथ साथ यहां का खगोल विज्ञान, पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरुकता पर भी हमारा खास ध्यान है।”

साथ ही उन्होंने “इंस एंड आउट विद् एंबेसेडर : हियर, देयर, एभरीव्हेयर विद् सिद” में रूरल टूरिज़्म यानि ग्रामीण पर्यटन पर भी बात की। उन्होंने कहा कि आज के दौर में रूरल टूरिज़्म का बहुत महत्व है। राजदूत होसे मारिया रिदाओ ने कहा, “गांवों में भी पर्यटन व्यवसाय के लिए भी सरकार ने एक ग्रामीण विकास का मॉडल तैयार किया है।खासकर के सेंट्रल स्पेन के लिए जहां घनी आबादी नहीं है।वो ऐसे इलाके हैं जहां कई इलाके वीरान पड़ें हैं और वहां से लोगों ने शहरों की तरफ पलायन कर लिया है।और हमारी सरकार इन इलाकों को पर्यटन के लिए विकसित करने का प्लान बनाया है। हालांकि इन इलाकों को सिर्फ पर्यटन के लिए ही विकसित नहीं होगा बल्कि एक संपूर्ण विकास का प्लान बनाया गया है ताकि अन्य तरह के रोजगार भी पैदा हो सके।”
हालाँकि, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. शाहिद सिद्दीक़ी से बातचीत के दौरान स्पेन के राजदूत होसे मारिया रिदाओ दोमिंगुएज़ से ब्रेक्जिट के बारे में भी सवाल किया। उन्होंने पूछा कि क्या ब्रेक्जिट का असर स्पेन के व्यापार और मोरोक्को के रिश्तों पर भी पड़ा?

राजदूत रिदाओ ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा, “ अगर हम मोरक्को के बारे में बात करें तो ये बात सही है कि मोरक्को और स्पेन के रिश्ते ठीक नहीं हैं, खास कर के आज के बदले माहौल में। लेकिन, ये ब्रेक्जिट या बदलते आर्थिक हालात की वजह से नहीं हैं।इसके पीछे अंतराष्ट्रीय राजनीतिक कारण हैं। उनमें से एक अमेरिकन हस्तक्षेप है जो सहारा , फिलिस्तीन औऱ इजरायल को लेकर है।”
उन्होंने आगे कहा, “मोरक्को ने सोचा था कि इन मुद्दों को उठाने से एक अवसर प्रदान होगा। लेकिन, स्पेन के लिए ये स्वीकार करना मुमकिन नहीं है क्योंकि स्पेन अंतराष्ट्रीय कानून का सम्मान करता है। इन हालात से किसी को फायदा नहीं है, ये राजनीतिक कारण हैं जिसकी वजह से हमारे रिश्ते प्रभावित हैं।”

सद्भावना टुडे और एएसएमपी के ख़ास प्रोग्राम “इंस एंड आउट विद् एंबेसेडर : हियर, देयर, एभरीव्हेयर विद् सिद” के आख़िर में फ़रवरी में आयोजित होने वाले मैड्रिड टूरिज़्म फ़ेस्टिवल पर भी चर्चा हुई। कोरोना की तीसरी लहर के बीच क्या ऐसा टूरिज़्म फ़ेस्टिवल मुमकिन है? इसके बारे में विस्तार से बताते हुए राजदूत रिदाओ ने कहा, “मैं समझता हूं कि ये थोड़ा जोखिम भरा है। और फरवरी के बारे में अभी कुछ बोलना ठीक भी नहीं होगा। वायरस के लक्षण को देखते हुए कुछ भी संभव है। खासकर के दक्षिण अफ्रीका की स्थिति पर, जो कि हमारे से एक उदाहरण है। ये वायरस जितनी तेजी से फैलता है उतनी तेजी से खत्म भी होता है। इसलिए ये अनुभव और लक्षण दुनिया के हर देश के लिए समान है, हम अकेले नहीं हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “अभी इस फेस्टिवल के बारे में हम इतना कह सकते हैं कि सभी पार्टर्स देश काफी जोर-शोर से तैयारी कर रहे हैं।और मुझे पूरी उम्मीद है कि मैड्रिड टूरिज्म फेस्टीवल सफलता पूर्वक आयोजित होगा। क्योंकि हमारे पास पूरी तैयारी और सुविधा है।इससे सभी देशों को अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। लेकिन, इसे अगर ऑनलाइन भी करना पड़े या किसी अन्य तरीके को अपनाना पड़े तो हम करेंगे और सफलता पूर्व आयोजित करेंगे।”

ग़ौरतलब है कि ए.एस.एम.पी एवं सद्भावना टुडे का टॉक शो “इंस एंड आउट विद् एंबेसेडर : हियर, देयर, एभरीव्हेयर विद् सिद” एक ऐसा प्रोग्राम है जो हर महीने एक विदेशी राजदूत के साथ बातचीत के ज़रिए उस देश की संस्कृति, पर्यटन और व्यापार की स्थिति का आकलन करता है। इससे उस देश के बारे में दुनिया को पता चलता है कि वहाँ कैसे हालात एवं संभावनाएँ है।

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