स्टेशन पर अब मिलेगा जरूरत का सारा सामान, सितंबर से पटरी पर दौड़ेगी स्लीपर वंदे भारत ट्रेन – अश्विनी वैष्णव

फोटो: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया।

नई दिल्ली, 3 फ़रवरी । संसद में बजट 2023-24 पेश किए जाने के बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। संवाददाता सम्मेलन में अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए रेलवे के प्लान के बारे में कई बड़ी जानकारियां साझा कीं। रेल मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में देश में नई पटरियां बिछाने के टारगेट को अपग्रेड कर 12 किमी प्रति दिन किया जा रहा है। इस लिहाज से अगले साल तक 7000 किमी नए ट्रैक बिछाने का लक्ष्य रखा गया है। रेल मंत्री ने कहा कि इस काम के पूरा होने से पैसेंजर और फ्रेट मूवमेंट में तुलनात्मक रूप से काफी आसानी होगी।

रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे लाइन के आसपास बसे गांवों और शहरों को जोड़ने के लिए साल 2014 से लेकर अभी तक कुल 10,438 ब्रिज और अंडरपास बनाए गए हैं। उन्होंने की इस काम को तेजी से बढ़ाने के लिए अगले साल के लिए 1000 नए ओवर ब्रिज और अंडरपास बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि नए वित्त वर्ष में बनाए जाने वाले अंडरपास का डिजाइन, पहले बनाए गए अंडरपास के डिजाइन से अलग और नया होगा। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि रेल अंडरपास में पानी न जमा हो, इसलिए डिजाइन में जरूरी बदलाव किए जाएंगे।

केंद्रीय रेल मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए बताया कि फिलहाल देश के 48 रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट का काम किया चल रहा है। उन्होंने बताया कि देशभर में रेलवे स्टेशनों पर 2 हजार २४ घंटे स्टोर खोले जाएंगे, जहां जरूरत का सारा सामान मिलेगा।

अश्विनी वैष्णव ने पैसेंजर और टिकटिंग सिस्टम में किए जाने बड़े बदलावों को लेकर भी अहम जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फिलहाल एक मिनट में 25 हजार टिकट बनाने की कैपेसिटी है। इस कैपेसिटी को बढ़ाकर अब 2.25 लाख टिकट प्रति मिनट करने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने कहा कि टिकट बुकिंग को लेकर बड़ी रिसर्च हुई है, जिसे ध्यान में रखकर टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म पर कई नए फीचर डाले जाएंगे, जिससे Revamped System से टिकट लेना आसान होगा। इसके साथ ही 4 लाख पूछताछ प्रति मिनट की क्षमता को बढ़ाकर 40 लाख पूछताछ प्रति मिनट करने का लक्ष्य बनाया गया है।

रेल मंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए One Station – One Product प्रोग्राम को 1000 रेलवे स्टेशन तक बढ़ाने के लिए कोशिशें की जाएंगी। उन्होंने कहा कि छोटी दूरी तय करने के लिए वंदे मेट्रो ट्रेन लाई जाएगी।इसके अलावा इस साल दिसंबर तक हाइड्रोजन ट्रेन भी पटरियों पर लाने का प्लान है। मालूम हो कि इस साल करीब 250 ट्रेनों से पुराने ICF कोच को हटाकर राजधानी एक्सप्रेस वाले स्टैंडर्ड LHB कोच लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अलगे वित्त वर्ष इस काम में तेजी लाई जाएगी और 325 ट्रेनों को LHB कोच के साथ अपग्रेड किया जाएगा। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि अगले 3 साल के अंदर सभी ट्रेनों को LHB कोच के साथ अपग्रेड कर दिया जाएगा।

अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस साल सितंबर तक स्लीपर वंदे भारत ट्रेन को पटरियों पर उतारने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, रेल मंत्रालय इस साल बुलेट ट्रेन के रोलिंग स्टॉक के लिए टेंडर भी जारी करेगा। इसके साथ ही अगले दो साल यानी दिसंबर 2024 तक Kavach का 5G वर्जन भी आ जाएगा।

हालाँकि, रेल मंत्री की मौजूदगी में संवाददाता सम्मेलन के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से डीआरएम समेत कई उच्च अधिकारी भी अपने-अपने राज्यों में रेल परियोजनाओं के बारे भी अवगत कराया। दानापुर रेल मंडल प्रबंधक प्रभात कुमार ने बताया कि रेल बजट में 2023-24 के लिए पूर्व मध्य रेलवे को खरीद निर्माण और बदलाव के लिए 8505 करोड़ की राशि निर्गत की गई है जिसमें नई लाइन के लिए लगभग 1518 करोड़, दोहरी लाइन बिछाने के लिये 2950 करोड़, यात्रा सुविधा यार्ड के ढांचे में परिवर्तन के साथ अन्य कार्य में 141 करोड़ केस के साथ-साथ लगभग 21 योजनाओं में लगभग 8505 की राशि को खर्च करनी है। डीआरएम प्रभात कुमार ने बताया कि बिहटा से औरंगाबाद रेल लाइन के लिए 20 करोड़, नेउरा से दनियावां, सीताराम स्टेशन से किऊल तक तीसरी रेल लाइन के साथ साथ कई रेल लाइन परियोजना विस्तार और कार्य पूरा करने के लिए राशि मुहैया कराई गई है।

ग़ौरतलब है कि बजट में बिहार और झारखंड के विकास के लिए जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8505 करोड़ रेल परियोजनाओं को सुचारु रुप से चलाने के लिए दिया है वहीं दानापुर रेल मंडल में 15 स्टेशनों को चिन्हित किया गया है जिन्हें वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जाएगा और इनको अमृत भारत स्टेशन के रूप में डेवलप किया जाएगा. इस सूची में जिन स्टेशनों का नाम है उनमें जमुई, लखीसराय, बाढ़, बख्तियारपुर के साथ-साथ पटना और दानापुर भी शामिल हैं।

ग्रीन ग्रोथ, पर्यटन के बारे में ज़िक्र करते हुए केंद्रीय रेलमंत्री वैष्णव ने बताया कि इस बार बजट में ग्रीन ग्रोथ, पर्यटन के क्षेत्र पर जोर दिया जाएगा। बजट में रेलवे की नई योजनाओं के लिए 75,000 करोड़ रुपये के फंड का ऐलान किया गया है। केंद्र सरकार ने रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ का बजट दिया है। इससे रेलवे में प‍िछले कई सालों से निवेश में जो कमी का सामना क‍िया जा रहा था, उसको भी पूरा किया जाएगा। रेलवे लाइनें बिछाने, सेमी हाई स्पीड ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर भी इसके साथ काम क‍िया जा रहा है।

इससे पहले संसद में रेल मंत्री द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार देशभर में करीब 49,323 किमी लंबाई के 452 परियोजना पर काम चल रहा है। इनकी अनुमानित लागत 7.33 लाख करोड़ है। इनमें से कुछ पर योजना बनाई जा रही है, कुछ स्वीकृत हो चुके हैं और कुछ पर काम चल रह है। इसके साथ ही 183 नई रेल लाइन का निर्माण किया जा रहा है. 42 लाइनों पर गेज कनवर्जन और 227 लाइनों को डबल किया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार मध्य रेलवे -14, पूर्व रेलवे -12, पूर्व तट रेलवे- 8, पूर्व मध्य रेलवे -25, उत्तर मध्य रेलवे- 1, पूर्वोत्तर रेलवे -10, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे- 20, उत्तर रेलवे- 18, उत्तर पश्चिम रेलवे- 8, दक्षिण मध्य रेलवे -15, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे -9, दक्षिण पूर्व -7, दक्षिण रेलवे -11, दक्षिण पश्चिम रेलवे -18, पश्चिम मध्य रेलवे- 3 और पश्चिम रेलवे- 4 लाइनों के नवीनीकरण का काम कर रहा है।

इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *