
मध्य प्रदेश के सियासी संग्राम के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार की रात को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात करने के बाद दावा किया है कि बहुमत उनके पास है, इसलिए विश्वास मत पेश करने की बात ही नहीं है, भाजपा को अविश्वास है तो उन्होंने सोमवार को सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाया है, जिस पर आगे निर्णय होगा।
राज्यपाल लालजी टंडन ने विधानसभा का बजट सत्र के अभिभाषण के बाद फ्लोर टेस्ट न होने पर एतराज जताया है। उन्होंने एक पत्र मुख्यमंत्री को लिखा जिसमें सख्त भाषा का इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद सोमवार की रात को राज्यपाल से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, मैंने अभी राज्यपाल महोदय से वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की है। आज बजट सत्र में उनके अभिभाषण पर उन्हें धन्यवाद अर्पित किया है। मैंने उन्हें कहा है कि संविधान के दायरे व नियम प्रक्रिया के तहत हम हर चीज में राजी हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, भाजपा बार-बार कहती है कि हमारे पास बहुमत नहीं है, लोर टेस्ट की मांग करती है तो हम ने उन्हें कहा था कि भाजपा को लगता है कि हमारे पास बहुमत नहीं है तो उन्हें अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहिए। आज वो लाए हैं, उन्होंने स्पीकर के सामने प्रस्ताव पेश किया है। हम अपना बहुमत साबित करेंगे। साथ ही उन 16 बंधक विधायक को भी सामने लाना चाहिए, उन्हें भी स्वतंत्र करना चाहिए।